नई दिल्‍ली। आपको सतर्क करने वाली एक खबर है। बांग्‍लादेश और पूर्वी भारत में बड़ा भूकंप आने की आशंका है। इसका क्षेत्र इतना व्‍यापक होगा कि इससे करीब 149 मिलियन लोग यानी लोगों प्रभावित होंगे। भारत सरकार ने इसकी पुष्‍टि की है। भूकंप कब आएगा यह तय नहीं है, लेकिन हमेशा इससे बचाव के उपाय किए रहिए, भूकंपरोधी मकान बनाईए। ऐसी हमारी सलाह है।

दरअसल, कोलंबिया यूनिवर्सिटी के एक भू-गर्भ विशेषज्ञ ने नेचर जियो साइंस पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट में यह भविष्‍यवाणी की है कि बांग्‍लादेश और पूर्वी भारत में एक बड़े भूकंप केंद्र होने की वजह से करोड़ों लोगों की जान को खतरा है। इसकी तस्‍दीक करने के लिए मेघायल से कांग्रेस की राज्‍यसभा सांसद वानसुक साइम ने इस साल राज्‍यसभा में सवाल उठाया। जवाब में सरकार ने इस भविष्‍यवाणी पर मुहर लगा दी है।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा है कि भूकंप तो बहुत बड़ा होगा लेकिन समय सीमा नहीं निर्धारित की जा सकती। अध्‍ययन में बांग्‍लादेश, भारत और म्‍यांमार से मिले ग्‍लोबल पोजिशनिंग सिस्‍टम के आंकड़े दर्शाते हैं कि बांग्‍लादेश और पूर्वोत्‍तर भारत (त्रिपुरा, निचला असम, मिजोरम, पश्‍चिमी मणिपुर) के भागों के नीचे फॉल्‍ट लॉक्‍ड है। यहां भूकंप बड़ी आबादी को प्रभावित कर सकता है। इसके अतिरिक्‍त भारतीय प्‍लेट सीमा में आने वाले पूरे पूर्वोत्‍तर भारत पर भूकंप का खतरा है। क्‍योंकि भारतीय प्‍लेट, बर्मा प्‍लेट के नीचे टकराकर खिंचाव पैदा कर रही है, इससे इस क्षेत्र में बड़े भूकंप आ सकते हैं।

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सही पूर्वानुमान संभव नहीं:

-केंद्र सरकार ने कहा है कि किस स्‍थान पर किस समय भूकंप आएगा इसे सटीकता के साथ बताना कहीं भी संभव नहीं है।

इन वैज्ञानिकों ने दी है चेतावनी:

-माइकल एस स्‍टेकलर, धीमन, रंजन, मोंडल, सैयद हुमायूं अख्‍तर, लियोनार्डो सीबर, लुजिया फेंग, जॉनाथन गेल, एम्‍मा एम हिल और माइकल होवे। इनके रिसर्च पेपर नेचर जियो साइंस पत्रिका ने प्रकाशित किए हैं।

यह कहते हैं विशेषज्ञ:

-भूगोल के रिटायर्ड प्रोफेसर अशोक दिवाकर का कहना है कि नेचर जियो साइंस विज्ञान की सबसे प्रतिष्‍ठित पत्रिका है। उसने रिसर्च प्रकाशित की है तो उसे झुठलाया नहीं जा सकता। धरती के नीचे सात बड़ी और लगभग 21 छोटी प्‍लेटें हैं। यह खिसकती रहती हैं। जब यह आपस में टकराती हैं तो भूकंप आने की स्‍थिति पैदा होती है।

हाल में आए कुछ बड़े भूकंप:

-2015 नेपाल: अप्रैल में 8.1 तीव्रता के भूकंप से हजारों लोगों की मौत

-2006 मई में इंडोनेशिया में आए भूकंप में छह हजार लोग मारे गए और 15 लाख बेघर हुए।

-2005: मार्च में इंडोनेशिया में आए भूकंप में लगभग 1300 लोग मारे गए।

-26 जनवरी 2001- गुजरात राज्य में रिक्टर स्केल पर 7.9 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें करीब तीस हजार लोग मारे गए और लाखों बेघर हुए।