श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में प्रधानमंत्री मोदी की 7 सिंतबर को रैली होने जा रही है। अलगाववादी नेताओं ने रैली में बाधा डालने के संकेत दिए हैं। सुरक्षा के इंतजाम के चलते श्रीनगर और आस पास के इलाकों को किले में तब्दील कर दिया गया है। अभी कुछ दिनो पहले कई नेताओं को नजरबंद भी किया गया था ताकि पीएम मोदी की रैली में कोई रुकावट पैदा न हो सके।

पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि श्रीनगर के कुछ हिस्सों में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। क्यंकि अलगाववादियों ने मार्च निकालने का ऐलान किया था सुऱक्षा को मध्य नजर रखते हुए श्रीनगर थाना क्षेत्र के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगाया गया है जिनमें खानयार,रैनवाड़ी, नौहट्टा, एमआर गंज, साफाकाडल, मैसुमा के अंतर्गत आने वाले सभी थाना क्षेत्रों में लगा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुक ने श्रीनगर में ‘एकता मार्च’ का आह्वान किया था। 1947 में सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए लोगों को याद करने के लिए मार्च निकालने के लिए कहा गया था। इस मार्च में सभी अलगाववादी नेताओं को बुलाया गया था, जिसमें सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर, मुहम्मद यासीन मलिक, शब्बीर शाह, नईम खान और आसिया अंद्राबी के शामिल होने की उम्मीद थी ताकि प्रधानमंत्री की शनिवार को होने वाली रैली में बाधा डाली जा सके।

इस रैली के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को सार्वजनिक परिवहन, कारोबार और शैक्षणिक संस्थानों सरकारी कार्यालयों, बैंकों और डाकघरों को बंद रखा गया है।