बालाघाट ।  मप्र के बालाघाट में डिवीजन कमेटी के कमांडर दिलीप उर्फ गुहा के पकड़े जाने के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने भी एक नक्सली को पकड़ने में सफलता हासिल की है। महाराष्ट्र के वर्धा में शुक्रवार सुबह पकड़ाया ये नक्सली बस्तर की ईस्ट कमेटी बायनार दलम का कमांडर रसूल शोरी बताया जा रहा है। पहले इसकी शिनाख्त दीपक उर्फ सुधाकर के रूप में की जा रही थी। रसूल पर महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में करीब 14 लाख का इनाम घोषित है। शोरी ने 100 से ज्यादा नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है।

हार्निया का ऑपरेशन कराने आया था, पकड़ा गया

रसूल वर्धा के एक निजी अस्पताल में हार्निया का ऑपरेशन करा रहा था। उसके संदिग्ध होने की खबर पर वर्धा एसपी अंकित गोयल ने अस्पताल में दबिश दी। ऑपरेशन के दौरान इसे बेहोशी की हालत में ही गिरफ्तार कर लिया गया।

तीन राज्यों की पुलिस कर रही शिनाख्त

नक्सली ने अपना नाम रसूल शोरी उर्फ सुधाकर बताया है। वो खुद को कुआनार कमेटी व बायनार दलम का कमांडर बता रहा है। लेकिन इसकी शिनाख्त छग की गिरफ्त में आए नक्सली अली व महाराष्ट्र के रवि ने दीपक के रूप में की है। इसकी शिनाख्त में महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ के साथ मप्र की पुलिस भी जुट गई है। कौन है दीपक

दीपक मलाजखंड व टांडा दलम एरिया कमेटी का लीडर है। जिस पर तीन राज्यों में करीब 22 लाख रुपए का इनाम है। वहीं लिखीराम कावरे हत्या में शामिल होने की वजह से इस पर सीबीआई ने भी करीब डेढ़ लाख का इनाम रखा है। पहले वर्धा में पकड़ाए नक्सली की पहचान दीपक के रूप में की गई थी।

दीपक लिखीराम कावरे हत्याकांड में शामिल रहा है। इसकी शिनाख्त अब तीनों राज्यों की पुलिस कर रही है।