मंदसौर। मुस्लिम समाज का प्रमुख पर्व बकरीद 25 सितंबर को मनाया जाएगा। शुक्रवार को लगे पशु हाट में के लिए बकरीद बकरा खरीदने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यहां बकरों की बोली 60 हजार रुपए तक पहुंच गई। हालांकि महंगे दामों वाले बकरों की खरीद-फरोख्त नहीं हो पाई। वहीं इस बार राजस्थान के जमनापरी बकरे आकर्षण का केंद्र रहे।

अब व्यापारियों का अनुमान है कि शायद 18 सितंबर के हाट में खरीदी-बिक्री हो। इसके चलते व्यापारियों ने हाट में पूरा जोर लगाया। बाजार में व्यापारियों ने कालू की बोली 18 हजार रुपए, मोनू की 41 हजार, शेरू की 50 हजार रुपए तो भूरू की बोली सीधे 60 हजार रुपए तक लगाई। खरीदारों ने भी अपने-अपने हिसाब से बकरों की बोली लगाई। हाट में करीब एक हजार बकरों का जमघट लगा। इस दौरान 10 हजार से 20 हजार रुपए तक के बीच में लगभग 400 बकरों की खरीद-फरोख्त की गई। इसके अलावा अच्छे किस्म के बकरों के दाम 35 हजार रुपए से लेकर अधिकतम 70 हजार रुपए तक लगाए गए। जनकूपुरा ने अल्ताफ शेख ने बकरे की कीमत 40 हजार, मुल्तानपुरा के शहजाद ने 35 हजार व ग्राम दारु के युनूस कुरैशी ने 50 हजार रुपए तक बकरे की बोली लगाई। सीतामऊ के गफ्फार हुसैन ने अपने बकरे भूरू की बोली 60 हजार रुपए लगाई। हाट में शहर के अलावा रतलाम, जावरा, नीमच, चित्तौड़गढ़, प्रतापग़ढ़, निम्बाहेड़ा, भीलवाड़ा सहित अनेक दूरस्थ क्षेत्रों से व्यापारी व खरीददार आए। किसी ने बकरे की खूबसूरती को देखकर दाम तय किए तो किसी ने कुर्बानी के लायक बकरा खोजा। अधिकांश खरीददारों ने ऊंची हाइट वाला तगड़ा बकरा खरीदने पर जोर दिया।

जमनापरी का आकर्षण

इस वर्ष हाट में राजस्थान के टोंक ग्राम से सुरेंद्र भांड, उस्ताद भांड जमनापरी नस्ल के बकरे लेकर पहुंचे। इन बकरों के एक फीट लंबे कॉनों ने लोगों को इनकी और आकर्षित होने के लिए मजबूर कर दिया। सुरेंद्र व उस्ताद द्वारा बकरों के 35 से 40 हजार तक मांगे गए।

भेड़ भी बिके

हाट में बकरों के साथ ही कुछ लोगों ने भेड़ भी खरीदे। 20-25 हजार रुपए तक के भेड़ बिके। व्यापारी मुबारिक हुसैन ने भेड़ की कीमत 26 हजार रुपए तय की। इसके अलावा दोपहर तक 20-21 हजार रुपए तक के भेड़ बिके।