वॉशिंगटन/नई दिल्ली।ईरान पर लगाए गए सभीअंतरराष्ट्रीय आर्थिक प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। परमाणु कार्यक्रमों की निगरानी रखने वाली एजेंसी आईएईए ने वियना में एक बैठक में इस बात की पुष्टि की कि ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रमों को धीमा करने का वादा पूरा किया है।इस फैसले का हर तरफ स्वागत किया जा रहा है। माना जा रहा है कि प्रतिबंध हटने के बाद दुनिया भर के बैंकों में रखे अपने अरबों डॉलर को ईरान दोबारा हासिल कर सकेगा जो कि प्रतिबंध लगने के बाद उन बैंकों ने फ्रीज कर लिए थे। इसके अलावा ईरान अपने तेल को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेच सकेगा।प्रतिबंध हटाने के फैसले का स्वागत करते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्रवीट कर इसे देश के लिए एक गौरवशाली जीतकरार दिया। वहीं ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने एक बयान जारी कर कहा, ‘आज हमने वो कर दिखाया जिसका हमने वादा किया था। जबसे हमने इस संधि पर हस्ताक्षर किए तभी से हमने इस पर बहुत मेहनत की और आपसी प्रतिबद्धताओं और सामूहिक इच्छा के बल पर ये परिणाम हासिल किया।भारत पर यूं होगा सकारात्मक असर*.बीबीसी के मुताबिक, ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने से पहले भारत बड़ी मात्रा में ईरान से तेल आयात करता था जिसमें धीरे-धीरे काफी हद तक कमी आ गई थी। प्रतिबंध हटने के बाद अब फिर से भारत ईरान से बड़ी मात्रा में तेल आयात कर सकेगा।*.भारत की मैंगलोर रिफाइनरी ईरान से आने वाले तेल के परिशोधन करने के लिए खासतौर पर डिजाइन की गई थी। सबसे पहले मैंगलौर रिफाइनरी को तेल मिलने लगेगा।*.भारत अब ईरान से अधिक तेल और गैस आयात करना चाहेगा। ईरान में एक रुके हुए बड़े गैस प्लांट को लेने की भी पेशकश भारत ने की है। इस प्लांट पर पहले एक जर्मन कंपनीकाम कर रही थी।