परंपरा तोड़ भस्मारती के समय गर्भगृह में घुस गए विधायक
उज्जैन। सत्ता के दबाव में महाकाल मंदिर की परंपरा का लगातार उल्लंघन हो रहा है। श्रावण मास के पहले सोमवार की भस्मारती में उज्जैन दक्षिण क्षेत्र के भाजपा विधायक मोहन यादव गर्भगृह में प्रवेश कर गए जबकि परंपरा अनुसार केवल पुजारी ही इस समय भीतर रह सकते हैं। घटना के समय नंदी हॉल में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन सहित अन्य पार्टी नेता मौजूद थे।
मामले में पुजारियों ने नाराजी जताई है। वहीं अफसरों का कहना है कि जिम्मेदार लोग मंदिर की परंपरा का खुद ख्याल रखें। श्रावण मास का पहला सोमवार होने के कारण भस्मारती में भारी भीड़ थी। मंदिर समिति ने करीब 2 हजार लोगों को प्रवेश की अनुमति दी थी। भाजपा नेता विजयवर्गीय, मेनन सहित अन्य नेता भी शामिल होने के लिए पहुंचे। इन्हें विशेष द्वार से नंदी हॉल में प्रवेश दिया गया।
हरिओम का जल चढ़ाने के बाद बाकी नेता तो नंदी हॉल में आकर बैठ गए, लेकिन भाजपा विधायक मोहन यादव गर्भगृह में ही खड़े रहे। रसूख के कारण कर्मचारी और पुजारी उन्हें बाहर जाने का नहीं कह पाए। पूरी आरती के दौरान यादव गर्भगृह में ही खड़े रहे जबकि परंपरा अनुसार इस समय केवल पुजारी ही गर्भगृह में जा सकते हैं। अन्य कोई भी नहीं। चाहे वह कितना भी विशिष्ट क्यों न हो।
जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों को स्वयं मंदिर की धर्म-परंपरा का ध्यान रखना चाहिए। ऐसी घटना उचित नहीं है। आगे से ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी। मंदिर की परंपरा का हर हाल में पालन कराया जाएगा। मामले की जानकारी मिली है। इस संबंध में गर्भगृह निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। मंदिर की परंपरा को कायम रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।