प्रीति जिंटा ने अपने बयान में खुलासा किया है कि 30 मई को वानखेड़े स्टेडियम में नेस वाडिया ने उनकी बांह को जोर से पकड़ते हुए अपनी तरफ खींचा और गंदी गालियां देनी शुरू की. तब पास बैठे उनके दोस्त जीन ने उन्हें नेस से छुड़ाया. प्रीति जिंटा ने यह भी बताया है कि उस दिन नेस वाडिया ने तीन बार सरेआम उनके साथ गाली गलौज की थी.
24 जून को प्रीति जिंटा ने नेस वाडिया के खिलाफ मुंबई पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया था. प्रीति जिंटा के दिए बयान की एक कॉपी सामने आई है-

24 जून 2014

मैं प्रीति दुर्गानंद जिंटा, उम्र 39 साल, पता- ‘ए’ विंग, 10वीं मंजिल, क्वांटम पार्क, ऑलिव रेस्टोरेंट के पास, खार (पश्चिम) मुंबई-52, अभिनेत्री.

30 मई 2014 को वानखेड़े स्टेडियम में मैच शुरू होने से पहले, मैं तकरीबन 7: 45 बजे पहुंची थी. गरवारे पवैलियन में मुझे दी गई 12 सीटों पर मेरे अलावा मेरे दोस्त शैलेश गुप्ता, पारुल खन्ना, जीन दानिश मर्चेंट और जय कनौजिया इसी क्रम में सबसे आगे की छह सीटों पर बैठे थे. मेरे पीछे की कतार में बाकी छह सीटों पर डेविड मिलर के माता-पिता, अर्जुन और उसके साथी बैठे थे.

मैच शुरू होने के बाद तकरीबन 8.20- 8.45 के दौरान मैंने नेस वाडिया को हमारी सीट के तीन चार सीट पीछे बैठे ‘किंग्स इलेवन पंचाब’ के सीओओ फ्रेजर कैस्टलीनो और तारा पर चिल्लाते हुए सुना. मैंने अपनी सीट से ही नेस को शांत रहने को कहा लेकिन नेस ने मुझे ‘कम हियर, कम हियर’ कहा. मैं नेस के पास गई लेकिन उसने मेरे साथ गाली गलौज की.मैं अपनी सीट पर आकर बैठ गई. कुछ समय बाद नेस ने वहां आकर मेरी बांह को जोर से पकड़ते हुए अपनी तरफ खींचा और गंदी गालियां देनी शुरू की. मेरे पास बैठे मेरे दोस्त जीन ने मुझे नेस से छुड़ाया और नेस को वहां से चले जाने को कहा.

मेरी टीम मैच जीत चुकी थी. इसके बाद मैं अपने खिलाड़ियों को बधाई देने मैदान पर गई. मैंने कुछ खिलाड़ियों को बधाई दी. उसी वक्त नेस भी खिलाड़ियों को बधाई देने के लिए मैदान पर आए. उन्होंने मेरे साथ फिर गाली गलौज की और दुर्व्यवहार किया. मैंने इस घटना की जानकारी बीसीसीआई के अधिकारी सुंदर रमन को दी. इसके बाद मैने IPL अध्यक्ष रंजीब बिसवाल और सचिव संजय पटेल को बताया कि मैं नेस के खिलाफ पुलिस में शिकायत करना चाहती हूं. ये सब बताते हुए मैं कांप रही थी लेकिन जवाब में वो हमारी जीत पर मुझे बधाई देकर चले गए.

इससे पहले 12 फरवरी 2014 को बेंगलुरु में हुए आईपीएल टीम की नीलामी के दौरान भी नेस ने मेरे साथ सरेआम बदतमीजी की थी. उस वक्त आईपीएल के सीईओ को दखलअंदाजी करनी पड़ी थी.

मेरा ये बयान मेरे वकील हितेष जैन की मौजूदगी में मराठी भाषा में लिखा गया और मुझे अनुवाद के साथ पढ़कर सुनाया भी गया.

प्रीति जिंटा