नेपाल में सुबह फिर भूकंप, अमेरिकी सेना के लापता हेलिकॉप्टर का सुराग नहीं
नेपाल में बुधवार की सुबह एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल में मंगलवार की रात से बुधवार सुबह तक तीन बार भूकंप के झटके आए। रिक्टर पैमाने पर 4.8, 4.2 और 5.1 की तीव्रता के तीन भूकंप के कारण लोगों में दहशत है। भूंकप का आखिरी झटका तड़के 3 बजे लगा था। सभी का केंद्र जमीन से 15 से 20 किलोमीटर नीचे था। मंगलवार को काठमांडू के निकट कोडारी और चीन सीमा झाम भूकंप का केंद्र था।
भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 68 हो गई है। मंगलवार को नेपाल में भूकंप का सबसे बड़ा झटका रिक्टर पैमाने पर 7.4 का था। ये झटके उत्तर भारत के कई राज्यों में महसूस किए गए।
इस बीच, मंगलवार को भूकंप प्रभावित इलाके में लापता अमेरिकी सेना के हेलिकॉप्टर का बुधवार की सुबह तक कोई पता नहीं चल पाया है। अमेरिकी नेवी कैप्टन क्रिश सिंस ने कहा, ”अमेरिकी सेना के हेलिकॉप्टर UH-1 Huey छह नौसैनिकों और दो नेपाली व्यक्तियों के साथ भूकंप के वक्त उस इलाके में था।”
नेपाल में लापता अमेरिकी सेना का हेलिकॉप्टर भूकंप पीड़ितों के लिए राहत कार्य में लगा था। हेलिकॉप्टर से अमेरिकी जवान प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रहे थे। समझा जा रहा है कि फ्यूल खत्म होने के कारण हेलिकॉप्टर संभवत: हादसे का शिकार हो गया। अमेरिकी सेना के कर्नल स्टीव वॉरेन ने कहा, ”हेलिकॉप्टर के लापता होने से पहले अमेरिकी सेना के चालक दल द्वारा ईंधन की समस्या पर बात करते हुए सुना गया था। इसके बाद अमेरिकी सेना के अधिकारियों का हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया।”
कर्नल स्टीव वॉरेन ने कहा कि तीन सैन्यकर्मियों ने वी -22 रोटर विमान की मदद से 90 मिनट तक हेलिकॉप्टर की सर्च की, लेकिन विमान का पता लगाने में असफल रहने के बाद सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया। नेपाली सैनिकों द्वारा हेलिकॉप्टर का सर्च ऑपरेशन जारी है। लापता हेलिकॉप्टर पिछले महीने आए 7.8 तीव्रता वाले भूकंप के बाद राहत अभियान के लिए आया था। सेना के मेजर डेव एस्टबर्न ने कहा कि हेलिकॉप्टर अमेरिकी और नेपाली सुरक्षा बलों के साथ राहत सामग्री लेकर जा रहा था, तभी चारिकोट के पास लापता हो गया। उन्होंने कहा कि भारत का जो हेलिकॉप्टर भूकंप क्षेत्र में बचाव अभियान में लगा है, उसे अमेरिकी हेलिकॉप्टर के रेडियो संदेश से ईंधन की समस्या के बारे में पता चला था। वॉरेन ने कहा कि हो सकता है कि समुद्री अभियान सेना के उप कमांडर मैरिन ब्रिगेडियर जनरल पॉल कैनेडी तृतीय ने क्षेत्र में हेलिकॉप्टर उतरवाया हो।