नागरिकता कानून: यूपी के हिंसक प्रदर्शनों में 13 की मौत, आज स्कूल-कॉलेज बंद
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और जंतर मंतर की ओर बढ़े, लेकिन उन्हें दिल्ली गेट पर ही रोक दिया गया। मेरठ में हुए हिंसक प्रदर्शन को काबू करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। इस दौरान बिजनौर, संभल और कानपुर में दो-दो प्रदर्शनकारी की मौत हुई।
वहीं, वाराणसी में आठ साल के बच्चे की मौत हो गई। कानपुर में हुई फायरिंग में 13 लोग घायल हो गए। बवाल के चलते 22 दिसंबर को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द कर दी गई है। यूपी के सभी शिक्षण संस्थान शनिवार को बंद कर दिए गए हैं।
कानपुर में बाबूपुरवा ईदगाह मैदान के पास प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की तीन जेब्रा बाइक समेत चार गाड़ियां फूंक दीं। पथराव के साथ ही पुलिस पर फायरिंग की और हथगोले फेंके। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 13 प्रदर्शनकारियों को गोली लगी। वहीं, दो सीओ, इंस्पेक्टर, दरोगा समेत एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मियों को भी चोट आई है। पुलिस ने 36 लोगों को गिरफ्तार किया।
मेरठ में तीन पुलिस चौकियां फूंकी
मेरठ में हापुड़ रोड पर थाना नौचंदी के पास भीड़ ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग की और तीन पुलिस चौकियां फूंक दी। इस दौरान एक उपद्रवी की मौत हो गई, जबकि एसपी सिटी समेत सात पुलिसकर्मी घायल हुए। उपद्रवियों ने कई बाइक भी फूंक दी।
कुछ पुलिसकर्मियों व मीडियाकर्मियों को बंधक बना लिया। संभल में पुलिस की तीन बाइकें फूंक दी गईं। पुलिस फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। वहीं, बिजनौर में दो उपद्रवी मारे गए हैं। तीन पुलिसकर्मी समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं। मुजफ्फरनगर में गोली लगने से तीन लोग घायल हुए हैं।