मंदसौर। शहर में लंबे समय से उम्रदराज होने के साथ ही फिटनेस खो चुके नगर सेवा टेम्पो बंद करने की कवायद चल रही थी। तय समय के अनुसार मंगलवार को शहर की सड़कों पर एक भी नगर सेवा टेम्पो नहीं चला। इनके नहीं होने से प्रमुख मार्गों पर यातायात भी व्यवस्थित रहा। अभी तक भाजपा नेताओं का हाथ थामे टेम्पो चालकों ने मंगलवार को ही सुवासरा विधायक हरदीपसिंह डंग के साथ कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह से मिलकर दो माह की मोहलत मांगी लेकिन आश्वासन नहीं मिला।

शहर में बिना परमिट और जहरीला धुआं छोड़ने वाले टेम्पो चल रहे थे। 26 जुलाई को इन पर कार्रवाई करने के बाद टेम्पो चालकों ने विरोध किया। इसके बाद प्रशासन ने 31 अगस्त तक टेम्पो बंद करने की मोहलत दी। मोहलत खत्म होने के बाद मंगलवार से शहर में चल रहे 75 टेम्पो बंद हो गए। उनकी जगह 20 टाटा मैेजिक वाहन शहर में लोक परिवहन की व्यवस्था संभाल रहे हैं। 3 सितंबर को 12 और मैजिक वाहन आने के बाद लोगों को खासी सहूलियत हो जाएगी। हालांकि टेम्पो चालकों को कई बार मोहलत देने के बाद भी कलेक्टर से दो माह का समय मांगा गया। कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह ने बैठक में विचार करने का आश्वासन दिया।

बैंकों में अटकी फाइल

टेम्पो चालक मोहम्मद अख्तर, बंटी, शकील खां, सद्दाम और फारुख ने बताया कि टेम्पो बेचने पर 15 हजार से ज्यादा नहीं आ रहे हैं। इधर बैंकों में टाटा मैजिक वाहन के लिए आवेदन दिया गया है। सभी दस्तावेज जमा कराने के बाद भी वहां समय लग रहा है। अब टेम्पो बंद होने पर सबके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।