लाहौर. जमात-उद-दावा के एक्टिंग चीफ अब्दुल रहमान ने मक्की ने शनिवार को कहा कि नवाज शरीफ ने हिंदुओं का त्योहार होली भारत सरकार को खुश करने के लिए मनाया था। उसने कहा कि सत्ताधारियों को पूरी तरह यह ख्याल रखना होगा कि मुस्लिम और हिंदू दो अलग देश हैं। दोनों एक साथ नहीं रह सकते…
– रहमान ने कहा, “पीएम और सरकार में बैठे दूसरे बड़े लोगों ने होली का त्योहार भारत सरकार को खुश करने के लिए मनाया था। सरकार चलाने वालों को सोचना चाहिए कि मुस्लिम और हिंदू दो अलग देश हैं। उनका कल्चर और सिविलाइजेशन अलग हैं। वो एक साथ नहीं रह सकते।”
– बता दें कि रहमान मक्की मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बहनोई है। सईद को पाकिस्तान में नजरबंद किए जाने के बाद उसे जमात-उद-दावा का एक्टिंग चीफ बनाया गया है। मक्की ने यह बात यहां एक कॉन्फ्रेंस में कही।
– मक्की ने कहा, “सरकार चलाने वाले भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की आइडियोलॉजी को कमजोर करने पर तुले हैं। हम पाकिस्तान की आइडियोलॉजी की हिफाजत करेंगे और देश को दुश्मन से लड़ने के लिए मजबूत बनाएंगे।”
कराची में होली सेलिब्रेशन में शामिल हुए थे शरीफ
– बता दें कि शरीफ 14 मार्च को कराची में हिंदू कम्युनिटी की ओर से मनाए गए एक होली सेलिब्रेशन में शामिल हुए थे।
– यहां मायनॉरिटी को दिए अपने मैसेज में शरीफ ने किसी का जबर्दस्ती धर्म बदलवाने और उनके धर्मस्थलों को तोड़ने के खिलाफ लोगों को आगाह किया था। उनका कहना था कि यह ‘इस्लाम में गुनाह’ है।
– यह प्रोग्राम इस वजह से भी चर्चा में रहा, क्योंकि इसमें एक लड़की ने गायत्री मंत्र पढ़ा था, जिसकी शरीफ ने तारीफ की थी।
शरीफ के खिलाफ जारी किया गया है कुफ्र फतवा
– बता दें कि होली सेलिब्रेशन में शामिल होने पर शरीफ के खिलाफ पाकिस्तान के मौलवी अल्लामा अशरफ जलाली की ओर से कुफ्र फतवा भी जारी किया गया है।
– पाकिस्तान के अखबार ‘डेली पाकिस्तान ग्लोबल’ में छपी एक रिपोर्ट में जलाली के हवाले से लिखा गया कि नवाज ने न सिर्फ इस्लाम के खिलाफ काम किया, बल्कि पाक के ‘बुनियादी उसूलों’ की बेइज्जती की। आपको बता दें कि जलाली पाकिस्तान अहले सुन्नाह वा-जानाह के नेता और सुन्नी एत्तेहाद काउंसिल के सेक्रेटरी हैं।
– कुफ्र का मतलब इस्लाम की तालीम और इसमें बताई गई हकीकत को नकारना या फिर इसे मानने से इनकार करना होता है।