मुंबई। दिवाली की शाम नए संवत 2072 के मुहूर्त कारोबार में निवेशकों की लिवाली से दलाल स्ट्रीट जगमगा उठी। इससे बुधवार को पौने छह बजे से पौने सात बजे के बीच आयोजित इस विशेष कारोबारी सत्र में बंबई शेयर बाजार यानी बीएसई का सेंसेक्स 123.69 अंक उछल 25866.95 पर बंद हुआ।मंगलवार को संवत 2071 के आखिरी दिन यह संवेदी सूचकांक 378.14 अंक लुढ़का था। इससे पहले के चार सत्रों में भी यह 469.19 अंक नीचे आया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी गुरुवार को 41.65 अंक चढ़कर 7825 पर बंद हुआ।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद मंगलवार को केंद्र सरकार ने आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एफडीआई नीति में ढील देने का एलान किया। निवेशकों पर इसमें घोषित कई कदमों का असर दिखा। इससे संकेत ग्रहण करते हुए दलाल स्ट्रीट में एक घंटे के इस कारोबारी सत्र में खासी लिवाली देखी गई। गुरुवार को बालिप्रतिपदा के उपलक्ष्य में शेयर बाजार बंद रहा।

संवत 2071 में सेंसेक्स में 1043.97 अंक की गिरावट आई। इस लिहाज से यह चार वर्ष का सबसे निराशाजनक साल रहा। मगर मोदी सरकार की कारोबार अनुकूल नीतियों और आर्थिक सुधार के कदमों के चलते इसी संवत के दौरान सेंसेक्स ने अब तक का उच्चतम 30024.74 अंक का आंकड़ा छुआ। निफ्टी ने भी 9119.20 अंक की ऊंचाई को छूने का रिकॉर्ड बनाया।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन नीचे में 25944.93 और 25853.42 अंक के दायरे में झूलता रहा। रीयल एस्टेट, कैपिटल गुड्स, हेल्थकेयर, पावर, मेटल, बैंकिंग व रिफाइनरी कंपनियों के शेयरों को खरीदारी का ज्यादा लाभ मिला। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर भी खासी मांग में रहे।

सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 23 के शेयरों में फायदा दर्ज हुआ, जबकि सात घाटे के साथ बंद हुए। एक घंटे के इस छोटे से सत्र में बीएसई पर 696 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।