धोनी ने कहा विदेशी दौरों पर बल्लेबाजी के रवैये में सुधार आया
विदेशी सरजमीं पर खराब प्रदर्शन के बावजूद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि पिछले एक साल में विदेशी दौरों पर भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी के रवैये में सुधार आया है.दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद भारत को चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली.
धोनी ने कहा, ‘पहले दो टेस्ट में सिर्फ 20 मिनट के खराब समय ने हमारे नतीजों को प्रभावित किया. बल्लेबाजी ध्वस्त होने के बावजूद देखा जा सकता है कि पिछले एक साल में विदेशी दौरों पर बल्लेबाजी के हमारे रवैये में बदलाव आया है. हमें इसे आगे बढ़ाना होगा.’ चोट के कारण एडिलेड में पहले टेस्ट में नहीं खेलने वाले धोनी ने खिलाड़ी के रूप में अनुभव हासिल करने की अहमियत पर भी बात की.
उन्होंने कहा, ‘अनुभव की तुलना नहीं की जा सकती. हमें कहीं से भी अनुभवी खिलाड़ी नहीं मिल सकते. इन्हीं खिलाड़ियों को अधिक मैच खेलकर अनुभवी बनना होगा. हम विदेशों में जितना खेलेंगे उतना अधिक अनुभवी बनेंगे. हमें कहीं और से अनुभवी खिलाड़ी नहीं मिल सकते.’
भारत को ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर पिछले छह टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा है. वर्ष 2011-12 श्रृंखला में भी भारत ने वहां चारों टेस्ट गंवाए थे. इस बीच टीम को दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड में भी शिकस्त का सामना करना पड़ा. गाबा में दूसरी पारी में भारत का स्कोर एक समय एक विकेट पर 71 रन था जो बाद में पांच विकेट पर 87 रन हो गया था.
धोनी ने इस पर कहा कि बल्लेबाजी क्रम के ध्वस्त होने पर ध्यान दिया जाएगा और सुधारवादी कदम उठाए जाएंगे. सीरीज का तीसरा मैच 26 से 30 सितंबर तक मेलबर्न में खेला जाएगा.