नोएडा। दिल्ली पुलिस के एसीपी अमित सिंह ने सोमवार की रात अपनी सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह मूलरूप से बिहार के छपरा के रहने वाले थे। पति की मौत के बाद एसीपी की पत्नी ने भी चौथी मंजिल स्थित फ्लैट से छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की।गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसीपी की मौत की खबर सुनकर देर रात तक दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का अस्पताल आने का क्रम जारी था। रात करीब साढ़े 12 बजे दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर विवेक गोगिया भी अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली।साउथ वेस्टर्न रेंज, स्पेशल सेल दिल्ली में तैनात एसीपी अमित सिंह (34) मूलरूप से छपरा (बिहार) के रहने वाले थे। करीब तीन माह पूर्व वह दिल्ली के पटपड़गंज से फ्लैट नंबर 403, टॉवर नंबर लोटस बोलवर्ड अपार्टमेंट, सेक्टर 100 नोएडा में शिफ्ट हुए थे। उनके परिवार में पत्नी डॉ. सरिता सिंह व करीब 18 माह की बेटी है।

मूल रूप से बांदा (उप्र) की रहने वाली डॉ. सरिता सिंह किसी निजी अस्पताल में दंत चिकित्सक हैं। बताया जाता है कि सोमवार की शाम करीब सात बजे अमित ऑफिस से घर लौटे थे। रात को पति-पत्नी के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई। इसके बाद अमित सिंह अपने कमरे में चले गए और दरवाजा बंद करने के बाद गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर डॉ. सरिता सिंह ने सुरक्षा गार्ड को बुलवाया और उसकी मदद से दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुईं।यहां पति का शव देखकर उन्होंने पहले पति की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारने का प्रयास किया लेकिन रिवॉल्वर लॉक हो जाने के कारण गोली नहीं चली। इसके बाद डॉ. सरिता ने रसोई में काम आने वाले चाकू से खुद पर हमला किया लेकिन इसी दौरान वहां पहुंचे पड़ोसियों ने किसी तरह उन्हें रोक लिया। कुछ देर बाद ही डॉ. सरिता ने चौथी मंजिल स्थित फ्लैट की बालकनी से छलांग लगा दी। गंभीर रूप से घायल सरिता सिंह को यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।खबर मिलते ही दिल्ली पुलिस साउथ वेस्टर्न के डीसीपी संजीव यादव समेत भारी पुलिस बल अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने बताया कि अमित सिविल सर्विस ग्रुप बी के तहत वर्ष 2008 बैच में पुलिस में भर्ती हुए थे। वह काफी सरल स्वभाव के थे।एसपी सिटी दिनेश यादव का कहना है कि अमित ने आत्महत्या क्यों की, इसकी जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया लगता है कि यह घटना पति-पत्नी के बीच नोकझोंक का परिणाम है। घटना के बारे में अमित के परिजनों को जानकारी दे दी गई है। कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस मामले की जांच कर रही है।

साले की भी हालत बिगड़ी

अमित के पड़ोस में ही उनका साला कुलदीप भी रहता है। हादसे की जानकारी मिलते ही वह यथार्थ अस्पताल पहुंच गया। बताया जाता है कि यहां उसकी हालत बिगड़ गई, जिस पर उसे वहीं भर्ती कराया गया है।

अकेली रह गई बच्ची –अमित के आत्महत्या करने व डॉ. सरिता सिंह के आत्महत्या का प्रयास करने के बाद घर में उनकी करीब 18 माह की बच्ची अकेली रह गई है। घटना के बाद पड़ोसी उसे अपने साथ ले गए थे। देर रात दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कुलदीप के परिजनों को बच्ची सौंप दी।