मंदसौर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र (डाइट) में डीएड के लिए प्रवेश लेने के लिए बुधवार को डाइट में दिनभर विद्यार्थियों का तांता लगा रहा। डीएम में प्रवेश पंजीयन और सत्यापन के लिए समय कम होने से दिन भर में लगभग 500 विद्यार्थियों ने प्रवेश के लिए आवेनद किया। संख्या अधिक होने से विद्यार्थियों की दिन भर हाथों में दस्तावेज लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे। वही ओबीसी के विद्यार्थियों से 2014-15 का आय का प्रमाणपत्र मांगे जाने से विद्यार्थियों का समस्या का सामना करना पड़ा। अधिकांश के पास आय का प्रमाणपत्र नहीं होने से ऑनलाइन सॉफ्टवेयर ने उन्हें अनारक्षित श्रेणी में डाल दिया गया। – See more at:

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र (डाइट) में डीएड के लिए 50 सीटें है। इसमें 20 सीटें शासकीय शिक्षकों के लिए आरक्षित है। 30 सीटों पर सामान्य 12वीं पास लोग आवेदन कर सकते हैं। इन सीटों पर प्रवेश के लिए 23 जून की दोपहर से ऑनलाइन आवेदन किए जा रहे है, जो 26 जून तक ही किया जाएगा। प्रवेश के लिए समय कम होने से जिले भर से एक साथ लगभग 500 विद्यार्थी बुधवार को डाइट परिसर पहुंचे। यहां डाइट द्वारा विद्यार्थियों की सुविधा के लिए पांच काउंटर की व्यवस्था की गई। संख्या अधिक होने से काउंटरों पर विद्यार्थियों की लंबी कतारें लग गईं। अंचल के क्षेत्रों से आए विद्यार्थी सुबह से बिना कुछ खाए-पीए हाथों में दस्तावेज लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इसके बाद भी कई विद्यार्थियों का शाम तक नंबर नहीं आने पर समस्या का सामना करना पड़ा। बुधवार शाम 6 बजे तक डीएड में प्रवेश के लिए 1200 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है।

ओबीसी के विद्यार्थियों को

शामिल किया सामान्य में

डीएड में प्रवेश लेने के लिए ओबीसी के विद्यार्थी डाइट पहुंचे तो उनसे 2014-15 का तहसीलदार की सील लगा हुआ आय का प्रमाण पत्र मांगा गया। जिसकी जानकारी विद्यार्थियों को नहीं थी। एसे में कई ओबीसी के विद्यार्थी आय का प्रमाण पत्र लेकर नहीं पहुंचे, कुछ लेकर पहुंचे तो वह पूराना था। आय का प्रमाण पत्र नहीं होने से ऑनलाइन आवेदन करने पर साफ्टवेयर ने उन्हे अनरिजर्व केटेगरी में डाल दिया। इससे विद्यार्थियों में आक्रोश है।

सर्वर की समस्या

डीएड में प्रवेश के लिए पांच काउंटर बनाए गए हैं लेकिन सर्वर की समस्या होने से प्रक्रिया में समय लग रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए भोपाल चर्चा की है। ओबीसी के विद्यार्थियों से आय का प्रमाणपत्र मांगा जा रहा है। यह व्यवस्था पोर्टल पर ऑलाइन है। विद्यार्थियों के पास आय का प्रमाणपत्र नहीं होने पर जब कॉलम में नहीं डालते हैं तो सॉफ्टवेयर स्वयं ही उन्हें अनरिजर्व केटेकरी में शामिल कर देता है। केटेगरी का कॉलम ब्लॉक हो जाता है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।