टोपी इबादत के लिए है, सियासत के लिए नहीं: शाहनवाज
बीजेपी के प्रमुख मुस्लिम चेहरों में से एक शाहनवाज हुसैन ने सांप्रदायिकता के मुद्दे पर पार्टी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का बचाव किया है.बिहार के भागलपुर से सांसद शाहनवाज ने कहा कि गुजरात की हर चौखट मोदी से मुहब्बत करती है और वह मुसलमानों का दिल खोल कर स्वागत कर रहे हैं. गौरतलब है कि मोदी ने एक बार मंच पर मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर दिया था. जब शाहनवाज से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं तो चाहता हूं कि मोदी अपना तिलक लगाएं और शाहनवाज टोपी पहने और सब लोग मिलकर देश के विकास के लिए काम करें.’उन्होंने कहा कि मुस्लिम टोपी इबादत के लिए है, सियासत के लिए नहीं और मुसलमानों की देशभक्ति पर शक करने का अधिकार किसी को नहीं है. उन्होंने दावा किया कि मुस्लिमों के कटघरे में बीजेपी नहीं है.
शाहनवाज ने कहा कि बीजेपी वन मैन पार्टी नहीं है. मोदी का मतलब इंडिया फर्स्ट और सबका विकास है. उनके साथ कोई पीआर कंपनी नहीं, कार्यकर्ता हैं. शाहनवाज ने अटल-मोदी के रिश्ते को पिता-पुत्र जैसा बताया. उन्होंने रामविलास पासवान के बीजेपी में आने पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, ‘पासवान मोदी को कोर्ट से क्लीनचिट के बाद जुड़े. उनके जुड़ने से जीत और पक्की होगी. उनके जुड़ने से लालू और नीतीश को जलन हो रही है.’
शाहनवाज ने कहा कि उनका चेहरा मुसलमान का नहीं, हिंदुस्तानी का है. उन्होंने यह भी दावा किया कि टिकट बंटवारे में मजहब मुद्दा नहीं है. अब तक पार्टी 4 मुसलमानों को टिकट दे चुकी है और मुस्लिम कार्यकर्ताओं की संख्या भी बढ़ी है.
बीजेपी पर दंगों के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने दंगों की सियासत नहीं की. मुलायम के राज में हुए दंगे सेकुलर कैसे? कांग्रेस के राज में इंसाफ क्यों नहीं मिला? दंगे में शामिल किसी पार्टी के शख्स को बख्शा न जाए.’ उन्होंने कहा, ‘मोदी सवालों के जवाब से नहीं बचते. मोदी रैलियों में व्यस्त हैं. मोदी से राहुल की तुलना नहीं हो सकती है.’ शाहनवाज ने कहा कि आडवाणी कमजोर नहीं, और मजबूत हुए हैं, वह पार्टी के गार्जियन की तरह हैं