पेरिस। फ्रांस की राजधानी में आयोजित जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण होगा। वे दुनिया की बड़ी शक्तियों के बीच जलवायु परिवर्तन की समस्या पर अपने विचार रखेंगे।इससे पहले जलवायु परिवर्तन सम्मेलन की पूर्व संध्या पर पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि विकसित देशों को उदाहरण पेश करना होगा। उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन में कमी पर चर्चा जरूर होनी चाहिए। पर्यावरण मंत्री ने ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने के लिए बेहतर समझौता होने की उम्मीद जताई।जावड़ेकर यहां सोमवार से शुरू होने जा रहे शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि 70 फीसदी से अधिक कर्बन उत्सर्जन के लिए विकसित देश जिम्मेवार है। उनपर ऐतिहासिक जवाबदेही है जिससे किसी भी सूरत में पीछा नहीं छुड़ाया जा सकता।

उन्होंने कहा कि उत्सर्जन के इतिहास में हम केवल तीन फीसदी के लिए जिम्मेवार हैं। उन्होंने कहा कि विकसित दुनिया को उत्सर्जन से बचाव पर उदाहरण पेश करने के लिए आगे आना होगा और 2020 के पहले की अवधि में और कुछ लक्ष्यों को साधना होगा।