चन्द्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद अब यह महिला संभालेगी कमान भीम आर्मी की कमान
सहारनपुर: चन्द्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद अब भीम आर्मी का मोर्चा चन्द्रशेखर की मां ने संभाल लिया है. चन्द्रशेखर की मां ने सोशल मीडिया में एक वीडियो और पैम्फलेट के जरिए 18 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पर दलितों से एकत्र होने की अपील की है. सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में चन्द्रशेखर की मां कमलेश बाबा साहेब की फोटो के सामने बैठी हैं और 22 सेकेंड के इस वीडियो में वह कह रही हैं, मैं चन्द्रशेखर की मम्मी हूं, 18 जून को जतंर मंतर आ रही हूं. ये बाबा साहेब का मिशन है इसे रूकने नहीं देना है. आप सभी को बड़ी संख्या जंतर मंतर पहुचना हैं.
सावधान रहने की जरूरत
भीम आर्मी से जुड़े लोगों को सावधान करते हुए साथ ही अपने समाज के लोगों को चेताते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि कुछ लोग इस मिशन को कमजोर करना चाहते हैं, उनसे सावधान रहने की जरूरत है. भीम आर्मी ने वीडियो के साथ एक पैम्फलेट का सहारा भी लिया है जिसमें चन्द्रशेखर की मां की ओर से अपील है कि उसके बच्चों को न तो चंदा चाहिये और ना ही अनाज चाहिये, हमें तो अपने बहुजन परिवार का साथ चाहिये.
बेकसूर पदाधिकारियों को रिहा करने की मांग
पैम्फलेट में महामहिम राष्ट्रपति से मांग की गई है कि भीम आर्मी के बेकसूर सभी पदाधिकारियों, गरीब, दलित, छात्र ,मजदूर जो जेल में बंद है उन्हें तुरंत रिहा किया जाये. चन्द्रशेखर आजाद को तुरन्त रिहा करके उन्हें और उनके परिवार को अडंर कोर्ट सुरक्षा उपलब्ध कराई जाये, भाई नबाव सतपाल तंवर पर दर्ज कराई एफआईआर को रद्द किया जाये और उन्हें हरियाणा से पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाये.
भाजपा नेताओं को जेल हो
उन्होंने कहा कि शब्बीरपुर से झूठा केस लगाकर मास्टरमाइड बताकर गिरफ्तार किये गये प्रधान शिवकुमार को तुरन्त रिहा किया जाये, शब्बीरपुर में दलित समाज के घर जलाने और जलवाने, दलितों पर हमला करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों व हिन्दू संगठनों सहित भाजपा नेताओं को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए.
25-25 लाख मुआवजे की मांग
उन्होंने मांग की कि शब्बीरपुर नरसंहार के मास्टर माइड फूलन देवी के हत्यारे शेर सिह राणा पर एफआईआर दर्ज करके जेल भेजा जाये. शब्बीरपुर सहारनपुर हिंसा के लिए सासंद राधवलखनपाल शर्मा को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाये, शब्बीरपुर में जिन पीड़ित परिवारों के घर जले और घायल हुए उन्हें 25-25 लाख का मुआवजा देकर उनकी सुरक्षा की जाए, भीम क्रांतिकारियों को नक्सली बताने वाले अधिकारियों व नेताओं के खिलाफ देशद्रोह में केस दर्ज किया जाये.