चंदननगर व खजराना में छुपा था औरंगाबाद शूटआउट का आतंकी
इंदौर। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के सदस्य शराफत के चंदननगर व खजराना स्थित ठिकानों पर महाराष्ट्र एटीएस और पुलिस ने छापे मारे। कई स्थानों पर सर्चिंग की। संदेहियों से पूछताछ की गई। संगठन से जुड़े आतंकियों के फोटो दिखा कर बयान लिए गए। एजेंसी को आतंकी के साथियों की इंदौर में छुपे होने का शक है।
औरंगाबाद (महाराष्ट्र) एटीएस की टीम शुक्रवार को इंदौर पहुंची। इंस्पेक्टर विजय आकोद के साथ आए सात अफसरों ने दोपहर को खुंखार आतंकी शराफत उर्फ अमान निवासी उन्हेंल के ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। एक टीम सबसे पहले चंदन नगर स्थित ई-सेक्टर पहुंची। अफसरों ने ठेकेदार रऊफ पिता शकुर निवासी चंदूवाला कुआं सहित शराफ की सास रोशन बी, साले अमीर पठान, फरहान से घंटो पूछताछ की। दूसरी टीम ने खजराना व चंदननगर में उन स्थानों की सर्चिंग की, जहां आतंकी किराए से ठहरा था।
खूंखार आतंकियों के फोटो दिखा रही थी एटीएस
कार्रवाई में चंदननगर पुलिस शामिल थी। विवाद से बचने के लिए सभी को थाने बुलाया गया। यहां इंस्पेक्टर आकोद ने उनके बयान लिए। रऊफ ने बताया शराफत ने मेरे साथ एक साल तक पुताई का काम किया था। इस दौरान उससे अजनबी लोगों को आना-जाना लगा रहता था। उसका आचरण शुरु से ही संदिग्ध लगा। शक होने पर मैंने उससे दूरी बना ली। नई दुनिया से चर्चा में रऊफ ने बताया अफसर मुझे कुछ आतंकियों के फोटो दिखा रहे थे, जिनकी लंबे समय से तलाश है। हालांकि उन्हें मैंने पहले कभी नहीं देखा।
खजराना में भी ठिकाना
अफसरों के मुताबिक शराफत की शादी ई-सेक्टर निवासी रोशन बी की बेटी यासिन से हुई है। 2011 में वह यहां रहता था। साले अमीर व फरहान ने बताया साढे तीन साल तक साथ रहने के बाद भी हमें शराफत के चरित्र पर शक नहीं हुआ। वर्ष 2012 में पहली बार पता चला शराफत आतंकी संगठन से आईएम से जुड़ा है।
सिमी आतंकी को छुड़ाने गया था
एजेंसी के मुताबिक शराफत आईएम आतंकी खलील, जफर, अबरार, अनवर व अजरुद्दीन के साथ साथी अकील खिलजी को छुड़ाने जा रहे थे। इस दौरान पुलिस से मुठभेड़ हुई और दोनों तरफ से गोलियां चली। गोलीबारी में अजरुद्दीन मौके पर मारा गया। चार आतंकी गिरफ्तार हो गए, जबकि शराफत मौके से फरार हो गया।
गोल्ड डकैती में भी शक
पुलिस के मुताबिक आरोपी डॉ. अबू फैजल व अन्य आतंकियों से जुड़ा हुआ है। मणप्पूरम गोल्ड डकैती में भी उस पर शक है। वारदात के बाद शराफत में उनकी कार धार रोड़ स्थित एक सिनेमाघर के पास छुपाई थी।