गुड़गांव। देश के लिए रक्षा क्षेत्र में नीति बनाने वाले विशेषज्ञों से लेकर विदेशों से रक्षा संबंधों पर अनुसंधान के लिए बनने जा रहे देश के पहले राष्ट्रीय रक्षा विश्र्वविद्यालय का निर्माण शुरू हो गया है। गुड़गांव के बिनौला गांव में बन रहे इस विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए दस करोड़ की रकम की पहली किश्त जारी हो गई है। इससे 205 एकड़ जमीन में चारदीवारी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।

सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की बाकी राशि अगले पखवाड़े होने वाले संसद सत्र में डिफेंस यूनिवर्सिटी अधिनियम पारित होते ही जारी कर दी जाएगी। वर्ष 2018 में पूरी होने वाली इस योजना के लिए तैयार दस्तावेजों के मुताबिक, यह पूर्ण स्वायत्त संस्था होगी, जिसके विजिटर राष्ट्रपति और कुलाधिपति केंद्रीय रक्षामंत्री होंगे।

गौरतलब है कि अभी तक अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया में ही रक्षा विश्र्वविद्यालय स्थापित हैं। वहीं से देश की सुरक्षा की रणनीति तैयार की जाती है। संस्थान के अंदर सैन्य अधिकारियों को विशेष रूप से पारंगत करने की व्यवस्था होगी। विशेष प्रशिक्षण व पढ़ाई के साथ सैन्य अनुसंधान केंद्र भी होगा।