गलवां घाटी में लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों से हिंसक झड़प में पंजाब के 23 वर्षीय नौजवान गुरतेज सिंह शहीद हुए
सैन्य अधिकारियों ने परिजनों को दी खबर
तीन भाइयों में सबसे छोटा था गुरतेज सिंह
विस्तार
गलवां घाटी में लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों से हिंसक झड़प में पंजाब के 23 वर्षीय नौजवान गुरतेज सिंह शहीद हुए हैं। जवान की शहादत की खबर बुधवार सुबह घर पहुंची। जैसे ही परिजनों को शहादत का पता चला, चीख पुकार मच गई। शोक जताने वालों का भी तांता लग गया।
गुरतेज सिंह मानसा के गांव बीरेवाला डोगरा निवासी प्रिथा सिंह का सबसे छोटा बेटा है। उससे बड़े दो भाई हैं। गुरतेज सिंह हाल ही में सेना में भर्ती हुआ था और इन दिनों लद्दाख सीमा पर तैनात था। सैन्य अधिकारियों ने गुरतेज के शहीद होने खबर परिजनों को दी।
गौरतलब है कि लद्दाख की गलवां घाटी में 15 जून सोमवार की रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक टकराव में सेना के सीओ रैंक के एक अधिकारी समेत 20 जवान शहीद हो गए। देर रात सेना से 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की। चीन सीमा पर 45 साल बाद इस तरह की यह पहली घटना है। इससे पहले 1975 में अरुणाचल प्रदेश में तुलुंग ला में संघर्ष हुआ था, जिसमें चार जवान शहीद हुए थे।
भारतीय और चीनी सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील, गलवां घाटी डेमचोक और दौलतबेग ओल्डी में तनाव चल रहा है।