क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. ईएसपीएन क्रिकइंफो अवॉर्ड समारोह में सचिन को ‘क्रिकेटर ऑफ जेनेरेशन’ चुना गया. इस कैटगरी में ऑस्ट्रेलिया के मशहुर फिरकी गेंदबाज शेन वार्न और दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर जैक कैलिस का भी नाम था जिनसे सचिन को कड़ी टक्कर मिली. ईएसपीएन क्रिकइंफो वेबसाइट के 20 साल पूरे होने के मौके पर ईएसपीएन क्रिकइंफो अवॉर्ड के जरिए 1993 से 2013 के बीच के दिग्गज क्रिकेटरों को सम्मानित किया गया. अवॉर्ड हासिल करने के बाद सचिन ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मेरे पास बोलने के लिए शब्द नहीं हैं’. उन्होंने कहा, ‘मुझे इस लायक मानने के लिए ईएसपीएन क्रिकइंफो का शुक्रिया. जब मार्टिन क्रो और राहुल द्रविड़ दोनों ने मुझे बताया तो मैं समझ नहीं पाया कि किस तरह प्रतिक्रिया जाहिर करूं’. कैलिस के बारे में सचिन ने कहा, ‘मैंने पहली बार उन्हें 1996 में देखा था. वह ठीक-ठाक खिलाड़ी लगे थे और मैंने सोचा कि यह शख्स एक अच्छा ऑल राउंडर बन सकता है पर आगे चलकर उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की तकनीक बदली और जिस तरह से अपनी गेंदबाजी पर काम किया वह अविश्वसनीय था.’ वॉर्न के बारे में सचिन ने कहा, ‘मैंने सबसे पहले 1992 में उनके खिलाफ मैच खेला था. आप यह तो अंदाजा लगा सकते थे कि उनमें प्रतिभा थी पर वह अपने पहले खेल में दृढ़ नहीं थे.’ सचिन ने कहा, ‘दूसरी बार मैंने श्रीलंका में उनका सामना किया और मैं उनकी फिरकी से मात खा गया. मैंने उनकी अगली गेंद को खेला और खुशकिस्मत था की बच गया. वॉर्न मेरे पास आए और मुझे उकसाने की कोशिश की पर मैं स्क्वेयर लेग की तरफ चला गया और उनकी अनदेखी कर दी. मैच के बाद मैंने उनसे कहा, ‘वॉर्न, आप क्या कहने की कोशिश कर रहे थे ?’ उसके बाद से हम अच्छे दोस्त बन गए.’ शिखर धवन और रोहित शर्मा को क्रमश: टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी के लिए अवॉर्ड दिया गया जबकि मिचेल जॉनसन और शाहिद अफरीदी को क्रमश: टेस्ट एवं एकदिवसीय मैचों में गेंदबाजी के लिए अवॉर्ड से नवाजा गया. भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को सर्वश्रेष्ठ नवोदित खिलाड़ी चुना गया जबकि तारक सिन्हा को क्रिकेट में योगदान के लिए पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा अवॉर्ड के लिए चुना गया.