पूर्व कप्तान कपिल देव ने मंगलवार को कहा कि भारतीय बल्लेबाजी के सिरमौर बनते जा रहे विराट कोहली विश्व क्रिकेट में किसी अन्य क्रिकेटर से ज्यादा रिकॉर्ड अपने नाम करेंगे। कपिल का मानना है कि अगर कोहली चोटों से मुक्त रहता है तो दिल्ली के इस बल्लेबाज के पास सचमुच सचिन तेंदुलकर के करियर ग्राफ से भी ‘बेहतर’ करने का मौका है।

कपिल ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि कोहली किसी अन्य खिलाड़ी से ज्यादा रिकॉर्ड बनाएंगे। मैं तुलना नहीं करता। जैसे दूसरा डॉन ब्रैडमैन नहीं हो सकता, उसी तरह दूसरा सचिन तेंदुलकर नहीं हो सकता। लेकिन हां, कोहली में अपार प्रतिभा है, यह 24 वर्ष उम्र के खिलाड़ी को देखते हुए शानदार है और शायद वह तेंदुलकर के रिकॉर्ड से बेहतर कर सकता है। अगली पीढ़ी को पिछली पीढ़ी से बेहतर होना ही चाहिए।’

55 वर्षीय कपिल प्रतिष्ठित लारेस विश्व खेल पुरस्कार के एंबेसडर हैं, जो बुधवार को यहां दिए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘कोहली ने दिखा दिया है कि उसमें किसी अन्य से ज्यादा काबिलियत और प्रतिभा है। अगर वह 32 या 34 साल तक इसी फिटनेस के साथ और बिना चोटों के खेलता है, तो वह उस मुकाम पर पहुंच सकता है जहां, न तो विवियन रिच‌र्ड्स और न ही सचिन तेंदुलकर के नाम कोई रिकॉर्ड होगा।

‘धौनी की कप्तानी अभी बरकरार रहनी चाहिए’

महेंद्र सिंह धौनी को सीमित ओवरों के खेल में सर्वश्रेष्ठ फिनिशरों में से एक बताते हुए कपिल देव ने तीनों प्रारूपों में उन्हें कप्तान बनाए रखने का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें हटाने का सवाल ही पैदा नहीं होना चाहिए।

कपिल ने कहा, ‘धौनी ही आगामी टेस्ट सीरीज और 2015 टी-20 विश्वकप में कप्तान बने रहना चाहिए। यदि धौनी फिट हैं तो इसमें कोई शक नहीं कि वह हमारे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से हैं। छठे-सातवें नंबर पर उनका 50 से अधिक का औसत है तो फिर शक क्यों? जिसने विश्वकप, टी-20 विश्वकप जीता हो उसके बारे में इस तरह की चर्चा भी नहीं होनी चाहिए।’

कोहली को टेस्ट कप्तानी सौंपे जाने के सवाल पर कपिल ने कहा, ‘कोहली को कप्तानी सौंपने की हड़बड़ी नहीं करनी चाहिए। यदि आप कोहली को कप्तान बना देंगे और धौनी उनकी कप्तानी में खेलेंगे तो टीम में काफी कन्फ्यूजन पैदा हो जाएगा। यह सही नहीं है। उसका मौका आएगा, लेकिन इसमें हड़बड़ी करने की क्या जरूरत है।’