काशी महाकाल एक्सप्रेस में मंदिर और भगवान शिव के लिए आरक्षित सीट, भड़के ओवैसी
ओवैसी ने इसे लेकर पीएमओ को टैग करते हुए संविधान की प्रस्तावना ट्वीट किया है। बता दें कि यह एक्सप्रेस दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करेगा। यह ट्रेन इंदौर के निकट ओंकारेश्वर, उज्जैन में महाकालेश्वर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ को जोड़ेगी।
Sir @PMOIndia https://twitter.com/aninewsup/status/1229130311297978369 …
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Varanasi: Seat number 64 of coach B5 in Kashi Mahakal Express (Varanasi-Indore) has been turned into a mini-temple of Lord Shiva. The train was flagged off by Prime Minister Narendra Modi via video conferencing yesterday.
आईआरसीटीसी ने दी सफाई
वहीं, इस मामले को लेकर आईआरसीटीसी ने सफाई देते हुए कहा कि जब ट्रेन यात्रियों के लिए व्यवसायिक रूप से 20 मार्च 2020 से शुरू होगी तो ऐसा कोई आरक्षित या समर्पित बर्थ नहीं रहेगा।
स्थायी तौर पर भगवान शिव के लिए एक सीट होगी आरक्षित
ट्रेन में भगवान शिव के लिए सीट आरक्षित करने ने नए विचार के बाद रेलवे प्रशासन इस पर विचार कर रहा है कि ट्रेन में स्थायी तौर पर भगवान शिव के लिए एक सीट आरक्षित की जाए। उत्तर रेलवे के अनुसार काशी महाकाल एक्सप्रेस के कोच संख्या बी 5 की सीट संख्या 64 भगवान के लिए खाली की गई है।