मंदसौर। शिवना नदी पर बने कालाभाटा बांध के पास खाली पड़ी भूमि पर पिकनिक स्पॉट बनाने का सपना दो साल बाद भी अधूरा है। जमीन हस्तांतरण की फाइल तहसीलदार कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय और नपा के बीच घूम रही है। पंचायत की आपत्ति का निराकरण होने के बाद भी 7 माह से जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। नपाधिकारी और तहसीलदार एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस बीच इस साल शहरवासियों को सौगात मिलना संभव नहीं लग रहा।

कालाभाटा बांध के आसपास खाली पड़ी शासकीय भूमि को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने के लिए तत्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्र को जमीन आरक्षित करने के लिए आवेदन दिया गया था। प्रथम चरण में ही ग्राम पंचायत खिलचीपुरा द्वारा आपत्ति लगाने के बाद फाइल तहसीलदार कार्यालय से आगे ही नहीं बढ़ पाई। जनवरी में निराकरण होने के बाद भी अभी तक जमीन हस्तांतरण की उम्मीद नजर नहीं आ रही है जबकि नपाधिकारी 2015 में शहर को सौगात देने की बात कर रहे हैं। प्रशासन की अनुमति मिलने और उसके बाद योजनाओं को मूर्त रूप लेने में साल भर से अधिक समय लग सकता है।

तीनों कार्यालयों में

उलझ गई फाइल

जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में पंचायत द्वारा लगाई गई आपत्ति का निराकरण हो गया। फरवरी माह में कलेक्टर कार्यालय फाइल पहुंचाई गई। वहां कागजातों का अभाव और कुछ खामियां निकालकर फाइल को तहसीलदार कार्यालय पहुंचा दिया गया। तहसीलदार कार्यालय से नपा कार्यालय पहुंचने और फिर से तहसीलदार कार्यालय जाने में फाइल को 6 माह का समय लग गया। हालांकि इस संबंध में नपाधिकारी तहसीलदार कार्यालय को दोषी ठहरा रहे हैं। वहीं तहसीलदार नपा में फाइल ज्यादा समय तक रखी रहने की बात कह रहे हैं।

फिर पहुंचाई जाएगी

कलेक्टर कार्यालय

नपा द्वारा फाइल तहसीलदार कार्यालय पहुंचा दी गई है। औपचारिकता पूर्ण करने के लिए फाइल को एसएलआर कार्यालय पहुंचाया गया। इसके बाद फिर से फाइल कलेक्टर कार्यालय जाएगी। हरी झंडी मिलने के बाद जमीन हस्तांतरण पर मोहर लगेगी। इसके पहले लोक निर्माण विभाग और मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी से मांगी गई एनओसी दोनों विभागों ने नपा को दे दी है।

ये मिलेंगी सुविधाएं

तेलिया तालाब पिकनिक स्पॉट विकसित करने के बाद भी शहर में एकाध और मनोरंजक उपकरणों से सज्जित पिकनिक स्पॉट की जरूरत महसूस कर रहे हैं। कालाभाटा पर आकर्षक फूलवारी, हट्स, रेस्टोरेंट, झूला चकरी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना है। फोरलेन के समीप स्थित जगह पर एक ओर भरपूर पानी और खुला प्राकृतिक शुद्घ वातावरण लोगों को मिलेगा।

जमीन आवंटन नहीं

तहसीलदार कार्यालय में फाइल अटकी हुई है। वहां से जमीन का आवंटन नहीं हो रहा। इसलिए योजना आगे नहीं बढ़ पा रही। नपा योजना को अमल में लाने का पूरा प्रयास कर रही है।

-सुधीर जैन, सहायक यंत्री

नगर पालिका, मंदसौर

दो माह नपा में

कलेक्टर कार्यालय से खामी को सुधारने के लिए फाइल नपा भेजी गई। वहां दो माह तक फाइल नहीं आई। नियमानुसार प्रक्रिया को पूर्ण किया जा रहा है।