प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को चीन पहुंच रहे हैं। मोदी की इस यात्रा पर हर किसी की नजरें टिकी हुई हैं। दोनों देशों के अपने एजेंडे हैं और इस यात्रा के दौरान इनको लेकर क्या रुख सामने आता है, यही सवाल अहम है। सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के संबंध समय-समय पर तनावपूर्ण होते रहे हैं और अगर इस मसले पर कोई सहमति बनती है तो इससे दोनों को ही फायदा होगा। आइए, जानते हैं मोदी और शी जिनपिंग के बीच बातचीत में कौन से मुख्य मुद्दे उठ सकते हैं और दोनों नेता अपने-अपने देशों के लिए क्या चाहते हैं…
मोदी की प्राथमिकता..
* शांति और एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर स्थिरता, चीन की तरफ से आगे घुसपैठ पर रोक।
* सीमा विवाद सुलझाने के लिए रोडमैप बने।
* दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हों। चीन भारत के इन्फ्रा सेक्टर में निवेश करे।
* चीन मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद करे।
* दोनों देशों के बीच व्यापार क्षेत्र में संतुलन हो।
जिनपिंग की नजर
* सीमा विवाद हल हो।
* भारत में निवेश के लिए नियमों में ढील दी जाए।
* न्यू सिल्क रूट में भारत की भी भागीदारी हो।
* चीन के खिलाफ अमेरिकी रणनीति से भारत दूर रहे।
* चीन की लीडरशिप वाले ग्लोबल इकोनॉमिक इन्फ्रास्ट्रक्चर में भारत भी शामिल हो। इसमें ब्रिक्स बैंक शामिल है।
मोदी के साथ उद्योगपतियों का बड़ा डेलिगेशन भी जा रहा है। इसमें अंबानी ब्रदर्स, अडानी, विशाल सिक्का, दिलीप सांघवी, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील जैसी ईकॉमर्स कंपनियों के सीईओ समेत 15-16 बिजनेसमैन शामिल हैं।
मोदी की यात्रा पर चीन के पीएम ली केकियांग ने कहा है कि भारत और चीन द्विपक्षीय वार्ता से विकास की हाई-स्पीड ट्रेन की सवारी कर सकते हैं। सीमा विवाद भी सुलझा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं मोदी का स्वागत करता हूं। मुझे उम्मीद है कि उनकी यात्रा से शांति स्थापित होगी, विकास होगा और रणनीतिक साझेदारी बनेगी।’
मोदी के दौरे को इस तरह तैयार किया गया है कि बिजनेस के साथ सांस्कृतिक रिश्तों को भी मजबूती मिल सके। मोदी चीनी राष्ट्रपति के साथ भारत के पहले यात्री ह्वेन सान के स्मारक पर जाएंगे। इसके बाद वह बुद्ध मंदिर घूमेंगे। मोदी दो यूनिवर्सिटी (बीजिंग की शिंगवा और शंघाई की फुदान) भी जाएंगे, जहां वह चीनी स्टूडेंट्स को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि मोदी यहां कुछ शब्द चीनी भाषा में भी बोलेंगे। खास बात यह है कि चीन की यंग जनरेशन में मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है। ये इस बात से भी पता चलता है कि चीनी सोशल साइट्स वीबो पर 46 हजार चीनी युवा मोदी को फॉलो करते हैं।
न केवल शंघाई, बल्कि चीन में बसा हर भारतीय 16 मई का इंतजार कर रहा है। इसी दिन शंघाई के एक्सपो सेंटर, इंडोर स्टेडियम में मोदी का शो होगा। स्टेडियम की क्षमता 4 हजार है। इसलिए बाहर स्क्रीन लगाई है, ताकि हर कोई उन्हें सुन सके। इस शो का आयोजन इंडियन एसोसिएशन इन चाइना कर रहा है। इसमें शंघाई, बीजिंग, गोनजाउ और सेंजेन में रहने वाले भारतीय शामिल हैं। कार्यक्रम की शुरुआत देश भक्ति गीत से होगी। इसके बाद भारतीय समुदाय के प्रमुख लोग अपनी भावनाएं रखेंगे और फिर मोदी का भाषण होगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं।
पहला दिन (14 मई)
5.00 बजे सुबह- पीएम मोदी राष्ट्रपति के गृहनगर शियान पहुंचेंगे।
7.50 – टेराकोटा वॉरियर्स संग्रहालय देखने जाएंगे।
9.25 – द शिंग शान मंदिर जाएंगे।
1.00 दोपहर- राष्ट्रपति जिनपिंग से वार्ता।
2.20 – गूस पेगोडा में पौधा रोपण करेंगे।
3.40 – साउथ सिटी वॉल पहुंचेंगे।
4.00 – राष्ट्रपति के भोज में शामिल होंगे।
5.00 बजे शाम- सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
8.05 बजे रात- मोदी बीजिंग पहुंचेंगे।
दूसरा दिन (15 मई)
7.30 सुबह- ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल जाएंगे।
7.45 – ऑफिशियल वेलकम सेरेमनी होगी।
8.00 – प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ वार्ता करेंगे।
8.30 – प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता।
9.15 – एग्रीमेंट साइन होंगे।
9.30 – प्रेस केलिए साझा बयान।
9.50 – स्टेट लेवल फोरम में संबोधन।
1.30 बजे दोपहर – शिंगवा यूनिवर्सिटी जाएंगे। भाषण के बाद छात्रों के सवालों के जवाब देंगे।
2.45 – टेंपल ऑफ हैवेन में योग करेंगे।
6.10 बजे शाम- पीएम शंघाई पहुंचेंगे।
तीसरा दिन (16 मई)
7.00 बजे सुबह – चीनी सीईओ से मिलेंगे।
7.45 – भारत-चीन फोरम में स्वागत।
8.15 – शंघाई के नेताओं के साथ बैठक।
12 बजे दोपहर – फूदान यूनिवर्सिटी जाएंगे।
1.00 – भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे।
2.00 – शंघाई से रवाना होंगे।