करगिल युद्ध के पांच जांबाज जवानों की दास्तां
करगिल युद्ध के दौरान 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। इसी दिन की याद में हर साल 26 जुलाई को विजय दिवस मनाया जाता है।
करगिल युद्ध में भारत के करीब पांच सौ जवान शहीद हुए थे। इनमें से कई ऐसे भी रहे जिनकी वीर गाधा के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है। पेश है ऐसे ही पांच जवानों की कहानी –
1. कैप्टन अनुज नैय्यर : कैप्टन अनुज भारतीय सेना की 17 जाट रेजिमेंट के जवान थे। करगिल की सबसे ऊंची चोटी पिम्पल-2 पर कब्जा जमाए बैठे पाकिस्तानी सैनिकों और घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए अनुज अपने दस्ते के साथ आगे बढ़े। उनके पीछे कोई बैकअप नहीं था, इसके बावजूद वे पूरे साहस के साथ लड़े। पाक सेना का दागे एक रॉकेट ने उन्हें पूरी तरह जख्मी कर दिया था, और आखिर में 7 जुलाई 1999 को वे शहीद हो गए।