जकार्ता। जावा सागर में विमान का मलबा मिल गया है। इंडोनेशिया के नागरिक उड्डयन निदेशक ने बयान दिया है कि जो विमान का दरवाजा देखा गया है वह लापता विमान का इमरजेंसी गेट है। इसके साथ ही कुछ लाशें भी दिखी हैं, जाे कि पीडि़त यात्रियों की ही होने की आशंका जताई गई है। हालांकि, अब भी खोज में जुटी एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं।इससे पहले इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी के प्रमुख सोलिस्त्यो का कहना है कि यदि समुद्र तल पर लापता विमान का मलबा मिल भी जाता है, तो उसे निकालना आसान नहीं होगा, क्योंकि खोज दल के पास पनडुब्बी जैसा कोई उपकरण नहीं है।इस बीच विमान की खोज में मंगलवार को 30 पानी की जहाजों के साथ ही 15 एयरक्राफ्ट और 7 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। खोजी दल को एक स्थान पर विमान का कथित दरवाजा मिला है। इससे पहले एक टापू से धुआं निकलते हुए भी दिखाई दिया था। इसकी जांच की जा रही है।

एयर एशिया के लापता जेट विमान की खोज के दौरान इंडोनेशिया के अनुसंधान दल को सोमवार को जावा सागर में तेल की दो पट्टियां दिखी। इंडोनेशियाई वायु सेना के प्रवक्ता के अनुसार, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि तेल पट्टियों का संबंध विमान से है या नहीं।उधर, आस्ट्रेलिया के खोजी विमान ने भी नांगका द्वीप के पास संदिग्ध वस्तुओं को चिह्नित किया। हालांकि, इंडोनेशिया के उपराष्ट्रपति जुसुफ कल्ला ने बताया कि चिह्नित वस्तुओं का लापता विमान से कोई संबंध नहीं है।

इस बीच, लापता विमान में सवार यात्रियों के परिजनों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। सुराबाया हवाई अड्डे पर मौजूद फ्रैंकी चंद्रा ने कहा कि खोज दल क्या कर रहा है, हमें इसकी स्पष्ट जानकारी चाहिए और हर घंटे चाहिए। हम यहां दो दिनों से हैं और हमें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है