उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर विवादित फिल्म ‘द इंटरव्यू’ के जरिए देश के सर्वोच्च नेतृत्व को अपमानित करने के लिए षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है. यही नहीं, उत्तर कोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति के आवास व्हाइट हाउस को उड़ाने की धमकी भी दे दी है.ब्रिटिश समाचार एजेंसी ‘डेली मेल’ में रविवार को छपी रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने 24 नवंबर को सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट पर हुए साइबर हमले के बाद अमेरिकी सरकार और अन्य अमेरिकी संस्थानों के खिलाफ और हमले करने की धमकी दी है. सोनी पिक्चर्स पर हमले के बाद सिनेमा की रिलीज तिथि रद्द करनी पड़ी. उत्तर कोरिया अपने नेता किम जोंग-उन की हत्या की साजिश रचने की कहानी पर आधारित अमेरिकी फिल्म को लेकर नाराज है. उसका कहना है कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि अमेरिका उनके देश के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए इस फिल्म का समर्थन कर रहा है.

इससे पहले जून में सरकार के एक प्रवक्ता ने इस फिल्म को युद्ध जैसी कार्रवाई बताया था. प्रवक्ता ने अमेरिका को ‘आतंकवाद का अड्डा’ करार देते हुए और व्हाइट हाउस व पेंटागन का नाम लेते हुए कहा कि अमेरिकी पूंजीवाद के इन गढ़ों की पहले ही धज्जी उडाई जा चुकी है. एक बयान में कहा गया है, ‘उत्तर कोरिया पहले ही कठोर जवाबी कार्रवाई कर चुका है. इससे ज्यादा गंभीर गलतफहमी और कुछ नहीं हो सकती कि इस जवाबी कार्रवाई में सिर्फ एक फिल्म निर्माण कंपनी को निशाना बनाया गया है.’ उत्तर कोरिया प्रशासन ने कहा, ‘सेना और देश की जनता साइबर युद्ध क्षेत्र सहित सभी युद्ध क्षेत्र में अमेरिका को जवाब देने के लिए तैयार है.’

उत्तर कोरिया ने शनिवार को परमाणु क्षमता सहित रक्षा क्षमता को मजबूत करने का संकल्प लेते हुए कहा था कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु विहीन करने से अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति के बीच यह अपना अर्थ खो देगा. उत्तर कोरिया ने हालांकि यह स्पष्ट किया है कि वास्तविक साइबर हमले से उसका कोई लेना देना नहीं है. ‘गार्जियन ऑफ पीस’ नामक संगठन ने साइबर हमले की जिम्मेदारी ली थी.