भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का हेलीकॉप्टर रविवार को ग्राम बिरमावल की चुनावी सभा से पहले सुरक्षा संबंधी तकनीकी पहलु के कारण आसमान पर मंडराता रहा। जब हेलीकॉप्टर पहले राउंड के बाद हेलीपेड पर नहीं उतरा तो मौजूद प्रशासनिक अफसरों के होश उड़ गए। हालांकि कुछ सावधानी के बाद हेलीकॉप्टर सकुशल उतर गया। वहीं, मामले में स्थानीय अफसर और सुरक्षा में लगे अधिकारी सबकुछ ठीक-ठाक बता रहे हैं।
लोकसभा उपचुनाव को लेकर ताबड़तोड़ चुनावी दौरे कर रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान रविवार को दोपहर रतलाम ग्रामीण विधानसभा के ग्राम बिरमावल पहुंचे। उनका हेलीकॉप्टर सभा स्थल के करीब ही बने हेलिपेड पर उतारना था। तय समय पर हेलीकॉप्टर आसमान पर दिखा और हेलीपेड के आसपास एक फेरा लगाया, लेकिन इसके बाद हेलीकॉप्टर को सीधे उतारने की बजाय पायलट ने एक और बड़ा चक्कर लगाया। इससे मौके पर खड़े प्रशासनिक अफसर भी कुछ समझ नहीं पाएं, हालांकि इसे सामान्य प्रक्रिया बताते हुए कहा गया कि चुनावी सभाओं के दौरान इस तरह के राउंड लगते हैं।
पायलट ने लाइन देखी तो नहीं की लैंडिंग
बिरमावल सभा के लिए बने हेलीपेड के करीब हाईटेंशन लाइन है। हेलीपेड बनाते वक्त इस तथ्य की अनदेखी की गई है। अचानक लाइन देखने के बाद हेलीकॉप्टर के पायलट ने सीधे लैंडिंग नहीं कराई और पहले सुरक्षा को देखते हुए स्थल का पूरा चक्कर लगाया। प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे खारिज करते हुए अतिरिक्त चक्कर को प्रक्रिया बताया है।
इनका कहना है-
आम तौर पर चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर के जरिए हेलीपेड स्थल पर फेरा लगाया जाता है और रविवार को भी सीएम के हेलीकॉप्टर के दौरान यही हुआ था। हेलीपेड विशेषज्ञ मापदंड के तहत ही बनाया गया था। पायलट से भी बात हुई थी, कोई दिक्कत नहीं थी।