मंदसौर। जिले भर में 30 सितंबर को विभिन्न मांगों को लेकर मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े 1500 कर्मचारी एक दिनी अवकाश लेकर हड़ताल पर जाएंगे। लिपिकवर्गीय कर्मचारी संघ का समर्थन नहीं होने से शासकीय कार्यालय खुल तो जाएंगे। इधर टोल नाकों की वसूली व मनमाने टैक्स के विरोध में ट्रांसपोर्ट व्यवसायी भी 1 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी पूरी कर चुके हैं। मंगलवार से ही दक्षिण भारत, महाराष्ट्र की बुकिंग बंद कर दी गई। 30 सितंबर से आस-पास का माल भी नहीं भरा जाएगा।

15 सूत्रीय मांगों को लेकर मान्यता प्राप्त व 12 गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों से जुड़े लगभग 1500 कर्मचारी 30 सितंबर को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के बैनर तले आंदोलन के छठे चरण में मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ, अपाक्स, अजाक्स, वाहन चालक संघ, संविदा कर्मचारी संघ, अस्थायी कर्मचारी, दैनिक वेतनभोगी सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारी एक दिवसीय अवकाश पर रहेंगे।

स्वास्थ्य विभाग पर नहीं पड़ेगा असर

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष सतीश नागर ने बताया कि हड़ताल में स्वास्थ्य विभाग के पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल नहीं गया है। इसके अतिरिक्त सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इससे कलेक्टोरेट, तहसील सहित लगभग सभी कार्यालयों में कामकाज ठप रहेगा।

जहां रहेंगे वहीं थम जाएंगे चक्के

ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल 1 अक्टूबर से प्रारंभ होगी। इसमें जो ट्रक जहां होगा वहीं खड़ा हो जाएगा। इसके चलते शहर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों ने मंगलवार से लंबी दूरी पर ट्रक नहीं भेजे। मंदसौर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन संरक्षक सुभाष नाहर, अध्यक्ष विष्णु तुगनावत ने बताया कि हड़ताल में मंदसौर के ट्रांसपोर्ट भी शामिल होंगे। अभी बाहर गए ट्रक 1 अक्टूबर से पहले नहीं लौट सकते हैं इसके चलते दक्षिण भारत, दिल्ली, राजस्थान व महाराष्ट्र जाने वाले वाहनों को मंगलवार से बंद कर दिया।

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हम्माल व ट्रांसपोर्ट कर्मचारी भी होंगे प्रभावित

हड़ताल में जिले के 40 से अधिक ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों के 600 ट्रकों के पहिए थम जाएंगे। इससे जुड़े लोगों का ही 8 लाख रुपए प्रतिदिन का व्यवसाय प्रभावित होगा। ट्रांसपोर्ट से जुड़े मंडी, किराना, स्लेट पेंसिल, इलेक्ट्रानिक व अन्य व्यवसायों का लगभग 12 से 15 करोड़ का करोबार प्रभावित होगा। हड़ताल से ट्रकों में माल चढ़ाने व उतारने वाले लगभग 300 हम्माल हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे। सबसे अधिक असर प्रतिदिन मेहनत कर कमा कर घर चलाने वाले हम्मालों पर ही होगा। व्यवसाय से जुड़े लगभग 300 कर्मचारी भी प्रभावित होंगे।

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चार-पांच दिन किराना व्यापार पर असर नहीं

फुटकर किराना व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक कामरिया ने बताया कि प्रतिदिन 12-15 ट्रक किराना व अन्य खाद्य सामग्री लेकर जिले में आते हैं। किराना व्यापारी चार-पांच दिन का स्टॉक रखते हैं ऐसे में हड़ताल से शुरू के चार -पांच दिन तो कोई असर नहीं पड़ेगा हड़ताल लंबी चली तो बहुत समस्या होगी।

– 15 सूत्रीय मागों को लेकर जिले के करीब 1500 से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। आवश्यक सेवा होने से हड़ताल में स्वास्थ्य विभाग के पैरामेडिकल स्टॉफ को शामिल नहीं किया है। हड़ताल से शासकीय कार्यालयों में काम काज ठप रहेगा।- सतीश नागर, अध्यक्ष, मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ

– 1 अक्टूबर से चालू हो रही हड़ताल में जहां ट्रक होगा वहीं खड़ा हो जाएगा। इसलिए लंबी दूरी के लिए ट्रक भरना मंगलवार से ही बंद कर दिए है। 30 सितंबर से आस-पास की बुकिंग भी बंद कर देंगे।-सुभाष नाहर, संरक्षक, मंदसौर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन

यह है तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की प्रमुख मांगें

– त्रिस्तरीय पदोन्नति दी जाए।

– समयमान वेतनमान दिया जाए।

– लिपिक वर्ग व अन्य पदों की वेतन विसंगति दूर करें।

– अग्रवाल आयोग की अनुशंसा लागू करें।

– वेतन भत्तों में संशोधन किया जाए।

– अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग में संविलियन।

– संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।

फैक्ट फाईल

ट्रांसपोर्टर – 40

ट्रकों की संख्या – 600

ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय प्रतिदिन – आठ लाख

संबंधित अन्य व्यवसाय प्रतिदिन – 12 से 15 करोड़

हम्मलों की संख्या – 300

ट्रांसपोर्ट कर्मचारी – 300