केंद्र और महाराष्ट्र में सहयोगी होने के बावजूद शिवसेना सत्तारूढ़ बीजेपी की आलोचना का मौका नहीं चूक रही. अब असम में आदिवासियों के सामूहिक नरसंहार के बहाने उसने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.शिवसेना ने कहा कि केंद्र सरकार आज तक इस पूर्वोत्तर राज्य की नाजुक स्थिति को समझ ही नहीं पाई है. शिवसेना ने यह भी कहा कि असम में कई दशकों से जारी हिंसा का मुद्दा तभी हल होगा, जब जम्मू-कश्मीर और असम में न्याय (सुरक्षा मुद्दों को संभालने) के संदर्भ में कोई अंतर नहीं रह जाएगा.नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एस) की ओर से किए गए हालिया हत्याकांड और असम में आदिवासियों की ओर से की गई जवाबी हिंसा के कारण मरने वालों की कुल संख्या 78 तक पहुंच गई.

शिवसेना के मुखपत्र सामना के एक संपादकीय में शुक्रवार को कहा गया, पिछले कई साल से असम में हिंसा और अवैध घुसपैठ जारी हैं लेकिन दिल्ली में बैठने वाले लोग आज तक वहां की नाजुक स्थिति को समझ नहीं पाए हैं. यह जरूरी है कि हम जम्मू-कश्मीर से ज्यादा महत्व असम को दें.