अल्पसंख्यक परिवार के 5 लोगों की जिंदा जलने से मौत
नई दिल्ली। भलस्वा डेयरी इलाके में झुग्गी में रखा एक सिलेंडर फट जाने से आग लग गई। धमाके से लगी आग में एक अल्पसंख्यक परिवार के 5 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई। मारे गए लोगों में दंपत्ति और उनके तीन बच्चे शामिल हैं। इनमें से एक बच्चा महज 8 महीने का था और अपनी अपनी मां के सीने से लिपटा हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आग लगते ही घर की लाइट चली गई थी। इसी बीच रवीना अपने आठ माह के बच्चे को गोदी में उठाकर दरवाजे की तरफ आई और चाबी खोजने लगी लेकिन उसे चाबी नहीं मिली। दरवाजा समय से नहीं खुल पाने से पूरा परिवार जलकर झुलस गया। सुबह जब झुग्गी से सभी शवों को निकाला गया,उस समय आठ महीने का मासूम अजमत अपनी मां से लिपटा हुआ मिला।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बचाव कार्य में सभी को घर से निकालने के बाद बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया। वहां कलाम, रवीना और तीन बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया।
आग लगने के कारण की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि हालांकि अभी पुलिस की तरफ से नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि इस बात की भी जांच की जा रही है। हालांकि शुरुआती जांच पड़ताल में पुलिस को आशंका है कि इनकी मौत सोते समय धुंए से दम घुट जाने के कारण हो गई और बाद में इनके शव आग में जल गए। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये लोग बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले थे।
30 मिनट में बुझी आग, तब तक टूट गई जिंदगी की डोर-
मौके पर पहुंची दो दमकल गाड़ियों ने आग पर 30 मिनट में काबू पा लिया गया लेकिन तब तक परिवार के पांचों लोगों की मौत हो गई थी। तड़के लगभग साढ़े तीन बजे आग बुझाने का काम शुरू किया गया। फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी ने कहा कि दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथोरिटी और मॉडल टाउन सब-डिविजन के तहत आने वाले पुलिस स्टेशनों के दल मौके पर पहुंच गए।




