चुनाव आयोग ने भाजपा महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी अमित शाह को बड़ी राहत देते हुए उन पर लगाई गई पाबंदी हटा दी है। इसके साथ उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रचार की छूट मिल गई है। चुनाव आयोग ने यह फैसला शाह की तरफ से पेश आश्वासन के बाद किया है। इसमें शाह ने शांति और कानून व्यवस्था को भंग नहीं करने का वादा किया है।

गुरुवार को जारी चुनाव आयोग के आदेश में कहा गया है कि अमित शाह उत्तर प्रदेश में जनसभा, रैली और रोड शो आदि करने के लिए स्वतंत्र हैं। एक दिन पहले ही आयोग ने शाह और सपा नेता आजम खान के बयानों की निंदा की थी। चुनाव आयोग ने 11 अप्रैल को शाह और आजम पर उत्तर प्रदेश में चुनावी रैली और जनसभा करने पर पाबंदी लगाई थी। ताजा आदेश में आयोग ने कहा कि आपने (अमित शाह) भरोसा दिया है कि चुनाव अभियान में आप अपशब्द और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग नहीं करेंगे और न ही आचार संहिता का उल्लंघन करेंगे। इस पर विचार करने के बाद आयोग ने अपने 11 अप्रैल के फैसले को संशोधित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत संबंधित जिला प्राधिकरण की इजाजत से जनसभा, रैली और रोड शो आदि कर सकते हैं। अमित शाह को दूसरा मौका देते हुए चुनाव आयोग ने कहा है कि वह उनके चुनावी अभियान पर कड़ी निगरानी रखेगा।

गौरतलब है कि आयोग ने उत्तर प्रदेश के दंगा प्रभावित क्षेत्रों में प्रचार के दौरान शाह द्वारा दिए गए बयानों के कारण उन पर प्रतिबंध लगा दिया था। मुजफ्फरनगर, शामली और बिजनौर में चुनावी सभाओं में शाह ने कहा था कि आम चुनाव खासकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में ये चुनाव अपमान का बदला लेने के लिए है।