अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (AIJASS) ने घोषणा की है कि वह जींद में शाह के दौरे के दौरान बाइक रैली को रोकेगी। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्‍टर-ट्रॉली में जींद पहुंचने की योजना बनाई है।

भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह के आगामी दौरे को देखते हुए हरियाणा सरकार ने केंद्रीय सशस्‍त्र पुलिस बल (CAPF) की 150 कंपनियां मांगी हैं। शाह यहां 15 जनवरी को आने वाले हैं, उसी समय जाट समुदाय ने विरोध-प्रदर्शन का ऐलान कर रखा है। फिलहाल, पुलिस विभाग ने अपने कर्मचारियों को छुट्टी देना बंद कर दिया है। एक वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्‍सप्रेस को बताया कि सरकार ने CAPF की जो कंपनियां मांगी हैं, वे राज्‍य में 18 फरवरी तह रह सकती हैं। अधिकारी ने कहा, ”देखना है कि गृह मंत्रालय किस स्‍तर तक हमारी बात सुनता है।” हरियाणा की आईजी ममता सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की है। यशपाल मलिक के नेतृत्‍व में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (AIJASS) ने घोषणा की है कि वह जींद में शाह के दौरे के दौरान बाइक रैली को रोकेगी। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्‍टर-ट्रॉली में जींद पहुंचने की योजना बनाई है।

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 मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्‍ठ सरकारी व पुलिस अधिकारियों ने बैठकें कर घटनाक्रम पर चर्चा की। गुरुवार को वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों ने अमित शाह की जींद रैली स्‍थल का मुआयना भी किया। AIJASS अध्‍यक्ष यशपाल मलिक ने इससे पहले द इंडियन एक्‍सप्रेस को बताया था कि वे शाह की रैली का विरोध इसलिए करेंगे क्‍योंकि ”उनकी मांगों को लेकर बीजेपी नेताओं ने धोखा किया है।”

AIJASS की ओर से सरकारी नौकरियों और शैक्षिक संस्‍थानों में आरक्षण की मांग की जा रही है। इसके अलावा 2016 में विरोध के दौरान भड़की हिंसा में दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग भी की जा रही थी। शुक्रवार को मनोहर लाल खट्टर सरकार ने जाटों के खिलाफ मुकदमे वापस ले लिए।