बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा श्रीदेवी बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गईं. मुंबई में विले पार्ले सेवा समाज श्मशान गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया. पति बोनी कपूर ने श्रीदेवी के शव को मुखाग्नि दी. इससे पहले श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को लोखंडवाला स्थित सेलिब्रेशन क्लब में अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया था.

श्रीदेवी के अंतिम दर्शनों के लिए न सिर्फ सिनेमा जगत और राजनीतिक हस्तियां पहुंचीं बल्कि मुंबई की सड़कों पर अपनी चहेती अदाकारा को विदाई देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. भीड़ इतनी ज्यादा हो गई थी कि कई बार पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा.

अंतिम यात्रा से पहले श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को सुहागन की तरह सजाया गया था. सुर्ख लाल रंग की साड़ी में श्रीदेवी का शव देखकर कोई कह ही नहीं सका कि वो अब इस दुनिया से विदा ले चुकी हैं. श्रीदेवी के शव को तिंरगे से लपेटा गया था, साथ ही महाराष्ट्र पुलिस की ओर से पद्मश्री से सम्मानित श्रीदेवी की राजकीय सम्मान से विदाई दी गई.

 

अंतिम यात्रा के लिए जिस ट्रक में श्रीदेवी का पार्थिव शरीर रखा गया था उसे सफेद रंग के फूलों से सजाया गया था. ट्रक में पार्थिव शरीर के साथ पति बोनी कपूर, बेटी खुशी-जाह्नवी, देवर संजय कपूर और अर्जुन कपूर समेत परिवार के करीबी लोग मौजूद थे.

दुबई में हुई मौत

मंगलवार को ही 3 दिन की लंबी प्रक्रिया के बाद दुबई से श्रीदेवी का पार्थिव शरीर मुंबई लाया गया था. शव के मुंबई पहुंचते ही बोनी कपूर के घर ग्रीनएकर्स में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी. परिवार के लोगों के अलावा बॉलीवुड और राजनीति जगत की कई हस्तियां देर रात को श्रीदेवी के घर पहुंची थीं.

गौरतलब है कि बीते शनिवार को दुबई के एक होटल में 54 वर्षीय श्रीदेवी की मौत हो गई थी. पोस्मार्टम में ये बात साफ हुई कि बाथटब में डूबने (एक्सीडेंटल मौत) से अभिनेत्री की मौत हुई थी. श्रीदेवी अपने भांजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने सपरिवार दुबई गई हुई थीं. मौत की खबर के बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई जिस किसी ने भी इस खबर के बारे में सुना उसे भरोसा ही नहीं हुआ.

श्रीदेवी अपने पीछे पति बोनी कपूर के अलावा दो बेटियां खुशी और जाह्नवी को छोड़ गई हैं. बड़ी बेटी जाह्नवी अब श्रीदेवी की विरासत को आगे बढ़ाते हुए अपना फिल्मी करियर शुरू कर रही हैं और जुलाई में उनकी फिल्म धड़क बड़े पर्दे पर रिलीज होगी.