BF से मिलने होटल गई इस लड़की की हुई थी गिरकर मौत, अब आया नया मोड़

शिल्पू और आशुतोष जौहरे।
इंदौर। लेमन ट्री होटल में हुई शिल्पू भदौरिया की संदिग्ध मौत का मामला अब कोर्ट पहुंच गया है। पीएम रिपोर्ट में हत्या के खुलासे के बाद भी पुलिस ने अभी तक मर्डर का मामला दर्ज नहीं किया है।

8 अगस्त को शिल्पू भदौरिया की लेमनट्री होटल की चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। उसके सिर, आंख और जबड़ा दो हिस्सों में बंट गया था।

उसके पिता लखनऊ में सूबेदार के पद पर हैं। वह मूलत: ग्वालियर की रहने वाली थी और इंदौर में नौकरी करती थी। उसकी डेड बॉडी पर नाखून के निशान मिले थे।

 पुलिस ने घटना के समय मौजूद शिल्पू के दोस्त आशुतोष सहित कुल तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ कि उसकी मौत मुंह दबाने से हुई है। इसके बाद भी पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज नहीं किया।
पीएम मोदी को लिखी थी चिट्ठी
शिल्पू के पिता सूबेदार मेजर रमेश सिंह भदौरिया ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर बताया कि उनकी बेटी के मर्डर की पुष्टि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से हुई है, लेकिन इंदौर के पुलिस अफसर इस रिपोर्ट को झूठा बता रहे हैं। उन्होंने इस मामले के तथ्य प्रस्तुत कर मामले की जांच CBI से कराने की मांग की थी लेकिन पीएम कार्यालय से इसका कोई जवाब नहीं मिला। तब मजबूर होकर कोर्ट में याचिका लगाई है।
उनकी याचिका की सुनवाई करते हुए जस्टिस आलोक वर्मा ने इस मामले में जेल में बंद आशुतोष सहित तीनों आरोपियों और पुलिस प्रशासन को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब देने के निर्देश दिए है।
शिल्पू के पिता ने बताया कि उसकी PM रिपोर्ट के मुताबिक, उसकी बॉडी पर जोर-जबरदस्ती और नाखून के निशान पाए गए हैं और उसकी मौत गिरने से पहले दम घुटने से हुई थी। PM रिपोर्ट में लिखा गया है कि शिल्पू की शरीर पर जबरदस्ती करने के निशान हैं। ऐसा लगता है कि हाथ या तकिए से उसका दम घोंटा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक शिल्पू के अंडरगार्मेंट्स कमर से नीचे तक जबरिया खींचकर उतरे हुए मिले है। जाहिर है कि उसके साथ जोर-जबरदस्ती की गई है। होटल के रूम में दो जेंट्स अंडरवियर और कंडोम मिले हैं, जिन्हें अब तक जांच के दायरे से बाहर रखा गया है। होटल के कमरे में वारदात के दौरान एक और लड़की कमरे में आई थी, पुलिस उसके बयानों को जांच में शामिल नहीं कर रही है।
तीनों आरोपियों के नाखूनों की फोरेंसिक जांच और ष्ठहृ्र टेस्ट कराया जाए, तो शिल्पू के शरीर पर मिले नाखूनों से खरोंचे जाने का मिलान हो सकता है।पुलिस मौके पर टिशू पेपर, नैपकिन और गद्दे पर लगे खून को जांच में नहीं लिया गया है, जबकि ये हत्या के बेहद अहम सुबूत हैं। शिल्पू के शरीर पर किसी हथियार के निशान भी मिले हैं, उनकी भी जांच की जानी चाहिए। होटल में बाहर के होटल का खाने का पुराना बिल मिला है, जबकि होटल मैनेजमेंट का दावा है कि बिल उसी दिन खाना बाहर से मंगाए जाने का है। फुटेज में एक टैटू वाले लड़के का आकर शिल्पी की मौत से ठीक पहले जाना पाया गया है, जिसे पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद ही अलग कर दिया है।