नई दिल्ली (एएनआई)। संसद में आज फिर से नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश की। इस मुद्दे पर हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। एक ओर जहां विपक्ष इस मसले पर प्रधानमंत्री से जवाब देने की मांग कर रहा था वहीं सरकार की तरफ से जेटली का आरोप था कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। सरकार की तरफ से कुछ मंत्री विपक्ष को शांति से बैठने और चर्चा को आगे बढ़ाने की अपील करते भी सुने गए।

 राहुल गांधी का पीएम पर निशाना

 राहुल गांधी ने सदन के बाहर पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्हें सदन में आने की जरूरत ही नहीं है। वह अपने कुछ मंत्रियों से बात करते हैं और जो मन में आता है वह फैसला ले लेते हैं। उन्होंने नोटबंदी पर कहा कि जिन लोगों से वह मिले सभी नोटबंदी से परेशान हैं। उनका आराेेप था कि सरकार के इस फैसले से सरकार के मंत्रियों की तिजोरियां भरेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि एक तरफ जहां काफी संख्या में लोग बैंकों के बाहर अपनेे ही पैसे को बदलने के लिए खड़े हैं वहीं मिली भगत से कुछ लोगों के पैसे बदल दिए जाते हैं। उनका कहना था कि पीएम बुलेट ट्रेन चलाने की बात करते हैं लेकिन रेल और पटरियों की सुरक्षा पर ध्यान क्यों नहीं देतेे हैं। वह इस पर बयान क्यों नहीं देते हैं।

 मायावती का सरकार पर हमला

 ट्रेन हादसे पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बसपा सुप्रिमो मायावती ने कहा कि बुलेट ट्रेन में अरबों रुपये लगाने की जगह यदि सरकार ने पटरियों को ठीक करने में पैसा लगाया हाेता तो यह हादसा नहीं होता। इस घटना के लिए मंत्री नहीं बल्कि पीएम की पूंजिवादी नीतियां जिम्मेदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब अमीर लोग खुश होते हैं तो पीएम मोदी ज्यादा खुश होते हैं। यदि गरीबाें को पीड़ा होती है तब भी उन्हें मजा आता है।

राज्यसभा स्थगित

 शुक्रवार को इस मुद्दे पर हुए हो-हल्ले के बाद लोकसभा और राज्यसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। इसके अलावा संसद में आज रविवार तड़के हुए कानपुर ट्रेन हादसे की भी गूंज सुनाई दे सकती है। इस हादसे में अब तक 133 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोग घायल हैं।

 रेल हादसे पर प्रभु ने दिया बयान

 लोकसभा में हुए हंगामे के बीच पुखरायां रेल हादसे पर आज रेल मंत्री सुरेश प्रभु दोनों सदनों में अपना बयान देते हुए इसको दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हादसे की फोरेंसिक जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लगातार हो रहे हंगामेे के बाद लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

 रणनीति बनाने को विपक्ष ने की बैठक 

सदन में आज रणनीति के मद्देनजर विपक्ष ने एक बैठक भी की, जिसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य भी शामिल हुए थे। इस बैठक में फैसला किया गया है कि सरकार के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ विपक्ष बुधवार को संसद भवन में स्थित गांधी मूर्ति के पास धरना देकर अपना विरोध जताएगा। वहीं पीएम मोदी ने इस भी संसद शुरू होने से पहले एक बैठक की थी जिसमें कई वरिष्ठ मंत्रियों ने हिस्सा लिया था।

 सरकार विपक्ष से कर रही माफी की मांग

नोटबंदी पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के एक बयान के बाद सरकार की तरफ से उनसे माफी मांगने की मांंग की जा रही है। जिसको लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध लगातार कायम है। वहीं सरकार ने साफ कर दिया है कि इस फैसले को किसी भी सूरत से वापस नहीं लिया जाएगा।

 आजाद के बयान पर बवाल

 दरअसल आजाद ने शुक्रवार को कहा था कि जितने लोग नोटबंदी के दौरान लाइन में लगने से मारे गए हैं, उससे आधे ही लोग उड़ी में आतंकी हमले के दौरान मारे गए थे। उनके इस बयान पर सरकार की तरफ से गहरी नाराजगी जताई गई थी और उनपर पाकिस्तान का साथ देने का आरोप तक लगाया गया था। सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने आजाद के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए इसको देश की गरिमा के खिलाफ बताया था और उनसे तुरंत माफी मांगने की भी अपील की थी, जिसे कांग्रेस ने ठुकरा दिया था। इसके बाद लोकसभा में लगातार शोर हाेेता रहा जिसके बाद सदन की कार्रवाई पहले शुक्रवार और फिर साेमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।

 नोटबंदी पर चर्चा को तैयार सरकार

 आज एक बार फिर से इस मुद्दे पर विपक्ष और सरकार के बीच गरमागर्मी हो सकती है। गौरतलब है कि 16 नवंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत नोटबंदी के साए में हुई थी। विपक्ष लगातार इस फैसले को लेकर सरकार पर आरोप लगा रहा है। हालांकि इस मुद्दे पर विपक्ष की मांग को मानते हुए सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा की बात स्वीकार कर ली थी।