स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत प्रत्येक ग्राम को खुले में शौच से मुक्त करने तथा विंध्य मर्यादा स्वच्छ ग्राम स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं विंध्य मर्यादा ग्राम पुरस्कार योजना पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला आज स्थानीय एस.एस.मेडीकल कालेज के आडीटोरियम में सम्पन्न हुई।
कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए प्रदेश के ऊर्जा,खनिज एवं जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि हमें अब सभी ग्रामों को स्मार्ट ग्राम बनाना है। और इस कार्य में सरपंच एवं अन्य ग्रामीण जन प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होने कहा कि प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना,मुख्यमंत्री सड़क योजना तथा खेत सड़क योजना से गांवों में सड़कों के निर्माण को गति दी जाना चाहिए। उन्होंने सरपंचों से कहा कि स्वच्छता अभियान तब ही सार्थक होगा जब उनका गांव खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि घर-घर में शौचालय निर्माण के लिए सरपंचों  व सभी ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को पूरी लगन से व्यक्तिगत रूचिलेकर काम करना होगा। ऊर्जा मंत्री ने सरपंचों से सीधे संवाद स्थापित कर शौचालय निर्माण में आने वाली व्यवहारिक कठिनाईयों की जानकारी ली और उन्हें आश्वस्त किया कि प्रशासन स्तर उनकी कठिनाइयों का समुचित समाधन करने की पहल की जाएगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा ने कहा कि हमारी प्रदेश एवं केंन्द्र सरकार ग्रामीण विकास पर बहुत ध्यान दे रही है। उन्होंने गांवों के विकास में सरपंचों से योगदान की अपील की। उन्होने कहा कि शौचालय सहित गांवों मे होने वाले सभी निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण हो इस बात को सरपंच गण सुनिश्चित करें। सांसद जनार्दन मिश्रा ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि घटती हुई भूमि और बढ़ती हुई जन संख्या के कारण घरों मे शौचालय निर्माण बहुत आवश्यक हो गया है। उन्होने कहा कि इसके लिए जागरूकता की आवश्यकता है। सरपंच एक बड़े समुदाय का नेतृत्व करते है अत: उन्हे लोगों को जागरूक कर शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करना चाहिए सांसद ने कहा कि प्रशासन ही नही वे भी शौचालय निर्माण में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को अपनी ओर से पुरस्कृत करेंगे।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कार्यशाला की रूपरेखा और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होने विन्ध्य मर्यादा ग्राम पुरस्कार योजना की जानकारी भी दी। उन्होने कहा कि इस वर्ष 60 हजार  शौचालय बनाये जाने का लक्ष्य है। कलेक्टर ने कहा इस हेतु सरपंचगण सक्रिय बने और ग्रामीण जनता को जागरूक कर शौचालय निर्माण का महत्व समझाएं। कार्यक्रम के दौरान शौचालय निर्माण की गतिविधियों पर केंन्द्रित पावर प्रजेन्टेशन तथा वृत्त चित्र का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यशाला में उपाध्यक्ष जिला पंचायत विभा पटेल ग्रामीण नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधि,सामाजिक संगठनों व स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मिशन तथा सभी संबंधित विभागों के अधिकारी कर्मचारी व आम जन उपस्थित रहे।