कंगना रनोट और ऋतिक रोशन ने अपने-अपने पब्लिक स्टेटमेंट जारी किए हैं। रितिक ने कहा है कि कोई भी शख्स एक हद तक ही खामोश रह सकता है। वहीं कंगना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि रितिक का मकसद सिर्फ पब्लिक सिम्पैथी हासिल करना है।

रितिक ने अपने पब्लिसिस्ट के जरिए स्टेटमेंट जारी किया है। खास बात यह है कि इसमें कहीं भी कंगना का नाम नहीं लिया गया है।एक्टर ने कहा है कि एक फेक ई-मेल आईडी के जरिए कोई उन्हें परेशान कर रहा है। उन्होंने कहा है कि ये मेंटल हैल्थ से जुड़ा मामला है और दो साल तक इसी वजह से चुप रहे। स्टेटमेंट के मुताबिक ‘निजी बातें जब पब्लिक की जाती हैं तो कंट्रोवर्सीस खड़ी हो जाती हैं। इसकी वजह ये है कि लोगों को पूरी सच्चाई का पता ही नहीं होता। मैंने प्राईवेट बातों को राज रखने के लिए ही लीगल नोटिस का सहारा लिया था। लेकिन ये गलत है कि इसे भी लोगों को बता दिया गया।एक हद तक ही शराफत से चुप रहा जा सकता है। लेकिन ये चुप्पी तब तोड़नी पड़ती है जब परिवार और इमेज का सवाल खड़ा हो जाए। सच्चाई ये भी है कि ई-मेल आईडी (hroshan@email.com) मेरा नहीं है। इस बारे में दो साल पहले ही मुंबई पुलिस की सायबर ब्रांच को बता चुका हूं। क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है और जिस दिन इस आईडी को हैंडल करने वाले शख्स का पता लग जाएगा उस दिन सारी बातें खत्म हो जाएंगी। मेंटल हैल्थ एक बड़ा इश्यू है। मैंने कभी पर्सनल अटैक नहीं किए। फिर भी अगर कोई ऐसा समझता है तो ये ही कहा जा सकता है कि उसने मेरी बातों को गलत तरीके से समझा। मैं चाहता हूं कि इस मामले में अब भी वैसे ही चुप रहूं जैसे दो साल तक रहा।’

कंगना ने भी वकील के जरिए स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें उन्होंने लिखा है ‘रितिक का पब्लिक स्टेटमेंट और कुछ नहीं, सिर्फ पब्लिक सिम्पैथी हासिल करने की कोशिश है। धमकी के देने बाद अब वो बच कर नहीं निकल सकते। कंगना ने कभी उन्हें ‘सिली एक्स’ नहीं कहा। इस लफ्ज का इस्तेमाल रितिक ने खुद कंगना को भेजे लीगल नोटिस में किया है। ‍रितिक मीडिया को खुद मसाला दे रहे हैं। इसके लिए कंगना को कसूरवार नहीं ठहराया जा सकता। रितिक ने गलत आरोप लगाए हैं। एक्टर ने कहा है कि वो कंगना को सोशियली नहीं जानते थे। अगर रितिक की बात को मान लिया जाए तो फिर उन्हें बताना होगा कि वो क्यों कंगना की बर्थडे पार्टी में पूरी फैमिली के साथ होते थे। कंगना भी रितिक की बहन और पापा के बर्थडे पार्टीज में जाती थीं। ये सब बातें पब्लिक डोमेन में हैं और इससे साबित हो जाता है कि एक्टर झूठ बोल रहे हैं। एक्टर ने कंगना को भेजे नोटिस में आरोप लगाया था कि वो पुलिस जांच में मदद नहीं कर रहीं लेकिन ये आरोप भी झूठा है। सवाल ये है कि अगर रितिक सही थे तो उन्होंने नोटिस भेजने में सात महीने क्यों लगाए। हमसे किसी एजेंसी ने जांच में शामिल होने को कहा ही नहीं है। सच्चाई यह है कि हमने जब एक्टर को नोटिस भेजा तो अब वो सिर्फ खुद को बचाने की कोशिश में लगे हैं। रितिक ने कहा है कि कंगना ने उन्हें 24 मई 2014 से 16 फरवरी 2016 के बीच 50 ई-मेल रोज भेजे। ये मान भी लिया जाए कि कंगना ने ईमेल भेजे और अगर रितिक इन्हें रोकना चाहते थे तो उन्होंने कंगना को ब्लॉक क्यों नहीं किया?’