मोदी ने राज्य में 14 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग की नींव रखी। उन्होंने कहा- इससे क्षेत्र के विकास को ताकत मिलेगी।

  • विदेशी ताकतें जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं चाहतीं, भटके नौजवान मुख्यधारा में लौंटें: मोदी, national news in hindi, national news
    • अभी यह दूरी तय करने में 3.5 घंटे लगते हैं, सुरंग से यह फासला 15 मिनट में पूरा होगा
    • परियोजना को पूरा करने के लिए सात साल का लक्ष्य तय किया गया है

    नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी ने शनिवार को श्रीनगर में कहा कि विदेशी ताकतें जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं चाहतीं। लेकिन राज्य की समस्याओं का समाधान विकास से ही संभव है। राज्य को केंद्र से दिए गए पैकेज का आधा हिस्सा सड़कों के निर्माण पर ही खर्च किया जा रहा है। मोदी ने घाटी के भटके युवाओं से मुख्यधारा में लौटने की अपील की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने किशनगंगा हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट देश को समर्पित किया और लेह-लद्दाख क्षेत्र से जोड़ने वाली एशिया की सबसे लंबी टू-लेन जोजिला सुरंग परियोजना का शिलान्यास किया। वे लेह में बौद्ध धर्मगुरु की जन्मशती के समापन समारोह में भी शामिल हुए।

    कश्मीरी युवा का उठाया हर हथियार विकास को रोकता है

    मोदी ने श्रीनगर में कहा, “विदेशी ताकतें नहीं चाहती हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास हो। हमारी सरकार रास्ते से भटके युवाओं को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रही है। इस युवा पीढी पर बड़ी जिम्मेदारी है…कश्मीर के युवाओं के द्वारा उठाया गया हर हथियार विकास को रोकता है। दुनिया की ऐसी ताकत नहीं जो भाई को भाई से अलग कर सके। मां का दूध सबको बराबर मिलता है।”

    “ये उस परंपरा की धरती है, जो दुनिया में कहीं नहीं है। कश्मीरित के अटल जी भी कायल रहे हैं और मोदी भी इसका मुरीद है। मैं तो पहले भी कह चुका हूं कि यह समस्या न गाली से होगी और न ही गोली से। रमजान के महीने में सीजफायर का फैसला लेना इसी का उदाहरण है।”

    लेह की इकोनॉमी को ताकत मिलेगी

    मोदी ने जोजिला सुरंग के शिलान्यास के दौरान कहा, “केंद्र की योजनाओं से इस क्षेत्र की इकोनॉमी को नई ताकत मिलेगी।”

    “जोजिला टनल प्रोजेक्ट उन्नत टेक्नोलॉजी का भी बड़ा उदाहरण है। मुझे बताया गया कि टनल में सात कुतुबमीनार जितनी ऊंचाई वाली व्यवस्था बनाई गई है, ताकि अंदर की हवा शुद्ध रह सके।”
    “कुशक बकुला जी ने दिलों को जोड़ने का काम किया, ये टनल बकुला जी के सपने को पूरा करेगी।”
    “लेह-लद्दाख की महिलाओं में जो सामर्थ्य है वो देखने लायक है। देश की यूनिवर्सिटी को अध्ययन करना चाहिए कि ऐसे दुर्गम इलाके जो 6-7 महीने के लिए दुनिया से कट जाते हैं उन परिस्थितियों में यहां की माताएं और बहनें जीवन भी चलाती हैं, अर्थव्यवस्था भी चलाती हैं, ये देश के लिए गौरव की बात है, मैं इन्हें नमन करता हूं।”

    जम्मू-कश्मीर में 80 हजार प्रोजेक्ट पर काम चल रहा
    मोदी ने कहा, “लेह-लद्दाख में हर साल 2 लाख पर्यटक आते हैं। 12 महीने से कनेक्टिविटी पर बहुत बड़ा काम हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में 80 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, इसका लाभ लेह-लद्दाख के विकास को भी मिल रहा है।”
    “यहां कुछ चीजें ऐसी पैदा होती हैं जो हिंदुस्तान के किसी कोने में नहीं मिलतीं। आज लोग एरोमा थैरेपी की ओर बढ़ रहे हैं। एरोमा लेह की विरासत है। ये पूरे दुनिया के बाजार में जाए, इस दिशा में काम करके हम उसे आगे ले जाएंगे।”

    कल्चरल सेंटर-म्यूजियम बनाया जाएगा
    मोदी ने कहा, “यहां लंबे समय से कल्चरल सेंटर की मांग है। मैं भरोसा देता हूं इसे आपके सपने के मुताबिक ही बनाया जाएगा। एक वर्चुअल म्यूजियम भी लेह में बनाया जाएगा।”