मैं हमेशा टेस्ट मैच की पहली गेंद को सीधे छक्के के लिए भेजना चाहता था.:सुनील गावस्कर
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर सुनील गावस्कर ने कहा है कि विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया इस समय जिस तरह का प्रदर्शन कर रही है वह शानदार है. वर्तमान भारतीय टीम मेरे सपनों को पूरा कर रही है. सनी ने कहा, ‘कोहली और उनकी टीम का विजय अभियान शानदार है. टेस्ट क्रिकेट में यह टीम जोरदार प्रदर्शन कर रही है. वे मेरा सपना पूरा कर रहे हैं.’ गावस्कर अपनी किताब ‘सनी डेज’ के 40 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण से बात कर रहे थे. दुनिया के महानतम ओपनरों में शुमार गावस्कर ने कहा कि जब वीरेंद्र सहवाग भारतीय टीम में आए तो तब उन्होंने किसी ऐसे बल्लेबाज को देखा जो इस तरह से गेंद का हिट करता था जैसा कभी वह चाहते थे.वैसे गावस्कर के इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के कई वर्ष बाद वीरेंद्र सहवाग ने करियर का आगाज किया.
गावस्कर ने कहा, ‘मैं हमेशा टेस्ट मैच की पहली गेंद को सीधे छक्के के लिए भेजना चाहता था. मैं केवल एक बार ऐसा कर पाया लेकिन सहवाग ने ऐसा नियमित तौर पर किया. वह बेहतरीन बल्लेबाज थे जो साहसिक शॉट खेलता था.’ क्रिकेट के सबसे छोटे फॉमेट टी20 की आलोचना के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि टी20 ने खेल के लिये कुछ बेहतरीन चीजें की हैं और कई तरह से उसने खेल का महत्व बढ़ाया हैं.’गौरतलब है कि सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन का आंकड़ा पार करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज थे. उन्होंने 125 टेस्ट में 51.12 के औसत से 10122 रन बनाए जिसमें 34 शतक शामिल थे. इस दौरान 236* उनका सर्वोच्च स्कोर रहा. खास बात यह कि गावस्कर ने अपने पूरे करियर के दौरान कभी हेलमेट लगाकर बैटिंग नहीं की. सहवाग ने भी गांगुली की सलाह पर पारी की शुरुआत करने की चुनौती स्वीकार की थी. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 49.34 के औसत से 8 हजार से ज्यादा रन बनाए, जिसमें 23 शतक शामिल थे.