nilgai 14 10 2016

भोपाल। किसानों की समस्या को देखते हुए वन विभाग ने नीलगाय शिफ्टिंग की योजना बना ली है। विभाग खेतों से नीलगाय पकड़कर घने और आरक्षित जंगलों में छोड़ेगा। प्रयोग के तौर पर नीमच के एरा गांव के खेतों से 50 नीलगाय पकड़कर गांधी सागर अभयारण्य मंदसौर में छोड़ी जाएंगी।

विभाग 15 नवंबर से पहले शिफ्टिंग की तैयारी में है। वन अधिकारियों के मुताबिक देश में पहली बार नीलगायों की शिफ्टिंग की कोशिश की जा रही है। इससे पहले बाघ, चीतल, बारासिंघा सफलतापूर्वक शिफ्ट किए जा चुके हैं।

विभाग ने सरकार से 250 नीलगाय शिफ्ट करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पहली बार शिफ्टिंग को देखते हुए सरकार ने मंदसौर और नीमच के तीन गांवों से महज 50 नीलगाय शिफ्ट करने को कहा है।

पहले चरण की सफलता के बाद प्रदेशभर में यह अभियान चलाया जाएगा। एरा गांव के लोगों और वनकर्मियों को शिफ्टिंग की ट्रेनिंग दे दी गई है। उधर, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना क्षेत्र में भी नीलगायों को रखने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

इसलिए परेशान हैं किसान

जंगल से सटे खेतों में नीलगायों से रबी और खरीफ की फसलें बचाना मुश्किल हो रहा है। नीलगाय जंगल से 5 किमी दूर तक खेतों में खड़ी फसलों को चट कर लेती हैं। फिलहाल इस नुकसान की भरपाई मुआवजे से की जा रही है, फिर भी किसानों का गुस्सा वन विभाग के प्रति बढ़ता जा रहा है। मंदसौर, नीमच, रतलाम सहित मालवा के अन्य जिलों में यह समस्या सबसे ज्यादा है। रायसेन, विदिशा, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल जिले भी समस्या से अछूते नहीं हैं।

ऐसे करेंगे शिफ्ट

नीलगायों की शिफ्टिंग में भी बोमा बाड़े का इस्तेमाल किया जाएगा। वन विभाग उन खेतों में बोमा खड़ा करेगा, जहां सबसे ज्यादा नीलगाय आती हैं। बोमा में चारा डाला जाएगा और फंसने पर स्पेशल वाहन से शिफ्ट किया जाएगा। इसमें नीलगाय के बिफरने (गुस्से में आकर मारने) का खतरा है।

इसे देखते हुए एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। नीलगाय को हाका देकर बोमा तक लाने वाले ग्रामीण और कर्मचारी हाथ में सफेद कपड़ा लेकर और हेलमेट व चेस्ट गार्ड पहनकर चलेंगे। सफेद कपड़ा उसे गलत दिशा में जाने से रोकने में काम आएगा।

काम कर रहे

नीलगाय की शिफ्टिंग की योजना पर काम कर रहे हैं। पहले चरण में नवंबर में 50 नीलगाय नीमच से शिफ्ट की जाएंगी। नीलगाय को लेकर यह देश का पहला अनुभव होगा। इसके बाद प्रदेशभर में अभियान चलाया जाएगा।

– जितेंद्र अग्रवाल, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन