रांची :झारखंड के नए नेता का नाम शुक्रवार को तय हो गया और रघुबर दास अब सूबे के नए मुख्‍यमंत्री होंगे। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग गई। झारखंड के 14 साल के इतिहास में रघुबर दास पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे। रांची के बिरसा मुंडा ग्राउंड में 29 दिसंबर को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बीजेपी विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में बीजेपी महासचिव और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे भी मौजूद थे।गौर हो कि रघुबर दास 1995 से लगातार विधायक रहे हैं और वर्तमान में बीजेपी के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष भी हैं।1980 से ही बीजेपी से जुड़े रहे रघुबर दास पहली बार 1995 में विधायक बने थे और उसके बाद लगातार पांचवीं बार विधायक बने हैं। इस बार उन्होंने करीब 70 हजार वोटों से जीत दर्ज की है।

सूत्रों के अनुसार, किसी आदिवासी चेहरे को डिप्टी सीएम बनाने को लेकर भी बीजेपी विचार कर रही है। वहीं अर्जुन मुंडा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने पर विचार किया जा रहा है। सीएम पद की रेस में सरयू राय, सीपी सिंह के नाम भी शामिल थे। बताया जाता है कि अमित शाह की पहली पसंद रघुबर दास ही थे। बीजेपी आलाकमान ने गुरुवार शाम को ही रघुबर दास के नाम पर फैसला ले लिया था।

मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले रघुबर दास 30 दिसंबर 2009 से 29 मई 2010 तक झारखंड के उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं। वह टाटा स्टील में काम करते थे। 1995 से वह जमशेदपुर ईस्ट सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं। वह गैर आदिवासी मूल के हैं और पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं।गौर हो कि झारखंड में पहली बार कोई पूर्ण बहुमत की सरकार सत्ता संभालेगी। झारखंड में पहली बार बीजेपी गठबंधन की सरकार बनाने जा रही है। इस बार के चुनाव नतीजों में 81 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी और आजसू ने मिलकर 42 सीटें जीती हैं।