जयपुर। पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा पर भारतीय थल सेना इन दिनों अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास कर रही है। इसे नाम दिया गया है बाज गति। युद्धाभ्यास में पहली बार 50 हजार से ज्यादा सैनिक पाक से सटे राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर में जुटे हैं।

इससे पूर्व अब तक कभी भी 30 हजार से ज्यादा सैनिक किसी एक युद्धाभ्यास में शामिल नहीं हुए हैं। इस युद्धाभ्यास को पाकिस्तान में पश्चिमी सीमा के निकट हो रहे पाक एवं चीन के संयुक्त युद्धाभ्यास का जवाब माना जा रहा है।

युद्धाभ्यास का एरिया करीब 400 वर्ग किलोमीटर है। यह पहला मौका है जब सेना युद्धाभ्यास में जमीन से जमीन पर मार करने वाली ब्रह्माोस मिसाइल का भी ट्रायल कर रही है।

इसमें भोपाल स्थित 21 स्ट्राइक कोर और जोधपुर स्थित 12 कोर के सैनिक शामिल किए गए हैं। अगले सप्ताह सेना का बड़ा प्रदर्शन होगा, जिसमें थलसेना अध्यक्ष जनरल दलवीर सिंह सुहाग के आने की संभावना है। युद्धाभ्यास में भोपाल की सुदर्शन चक्र कोर आक्रामक भूमिका में दुश्मन के घर में घुसकर मात देने की प्रैक्टिस कर रही है।

वहीं जोधपुर की डेजर्ट के जांबाज रक्षात्मक तैयारियां परख रहे हैं। पूरा युद्धाभ्यास नेटवर्क सेंट्रिक यानी एकीकृत युद्धक प्रणाली पर आधारित है, इसे मोबाइल और भूमिगत वार रूम से संचालित किया जा रहा है। सेना के सैटेलाइट, रियल टाइम इंटेलीजेंसी, ग्राउंड बेस सेंसर, राडार, मानवरहित विमान या ड्रोन का प्रयोग कर काल्पनिक दुश्मन के ठिकानों पर आक्रमण किया जा रहा है।