कोच्चि : सोलर पैनल घोटाले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग के सामने पेश होते हुए केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री रहने के दौरान कई बार वह एक मिनट में 60 कागजों पर दस्तखत दिया करते थे। चांडी ने कहा कि वह एक दिन में 500 से 1000 तक लोगों से मिला करते थे जो उन्हें याद नहीं रहते थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने एक वकील द्वारा जिरह के दौरान यह बात कही।

वकील ने आरोप लगाया है कि चांडी आयोग से यह तथ्य छिपा रहे हैं कि वह घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर और उनके सहयोगी बीजू राधाकृष्णन को वर्ष 2011 से ही जानते हैं। बीजू राधाकृष्णन और उनकी साथी सरिता ने पिछली कांग्रेस नीत यूडीएफ सरकार के दौरान यह दावा कर निवेशकों को कथित रूप से ठगा कि वे राज्य सरकार में प्रभावशाली लोगों के संपर्क में है।

जब वकील ने कहा कि चांडी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दो लाख रुपये के चंदे को मानते हुए आर बी नायर – बीजू राधाकृष्णन का फर्जी नाम- के नाम से भेजी गयी चिट्ठी पर दस्तखत किए थे, तब उन्होंने कहा कि वे तब के दिन थे जब वह करीब 500 फाइलों पर दस्तखत करते थे।