पांच लड़कियों से सरेराह कथित छेड़छाड़ और मारपीट के मामले में एएसआई समेत पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है. पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्‍होंने मौके पर पहुंचने के बावजूद प्रभावी कदम नहीं उठाया.

पुलिस अधीक्षक (पूर्वी क्षेत्र) ओपी त्रिपाठी ने बुधवार को बताया कि मामले में पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) की गश्ती वैन के एएसआई प्रताप सिंह गवली, एक प्रधान आरक्षक और एक आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया गया है. इसके साथ ही पुलिस के बाज स्‍कवॉड के दो आरक्षकों को भी लाइन हाजिर किया गया है. त्रिपाठी के मुताबिक, पांच लड़कियों की शिकायत पर नौ फरवरी को मौके पर पहुंचने के बावजूद पुलिसकर्मियों ने प्रभावी कदम नहीं उठाया था.

ओपी त्रिपाठी ने बताया कि नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) को इस मामले की जांच सौंपी गई थी. पीड़ित लड़कियों के बयान के आधार पर संकेत मिले हैं कि दो युवकों ने उन्हें कथित तौर पीटने के साथ ही उनसे छेड़छाड़ भी की थी. इन बयानों के बूते प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 354 (स्त्री की लज्जा भंग करने की नीयत से उस पर आपराधिक बल प्रयोग) भी जोड़ ली गई है. पहले इस मामले में आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), धारा 294 (गाली-गलौज) और अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.