श्रीनगर। कश्मीर में पाम्पोर के नजदीक एक बहुमंजिली इमारत में छिपे आतंकवादियों के सफाए के लिए रविवार सुबह सुरक्षा बलों की ओर से चलाए गए अभियान में एक सैन्य अधिकारी शहीद हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने रविवार सुबह उस इमारत पर छावा बोला, जहां आतंकवादी छिपे हुए हैं। इस दौरान 10 पारा रेजीमेंट के एक कप्तान शहीद हो गए।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी जारी है। सुरक्षा के मद्देनजर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। इस बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रवक्ता ने ऐसी खबरों से इनकार किया है, जिसके मुताबिक हमले में अब तक सीआरपीएफ के तीन जवानों की जान गई है। उन्होंने कहा कि हमारे दो जवानों की जान गई है। तीन जवानों को खोने से संबंधित खबरें गलत हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि सीआरपीएफ के घायल जवानों की संख्या बढ़कर 13 हो गई, क्योंकि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान तीन और जवान घायल हुए हैं।
सैन्य अधिकारी की शहादत के साथ ही इस मुठभेड़ में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। इसमें एक नागरिक अब्दुल गनी मीर भी शामिल हैं, जो जम्मू एवं कश्मीर उद्यमिता विकास संस्थान (जेकेईडीआई) के माली थे। मीर को शनिवार को गोलीबारी के दौरान गोली लगी थी, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि हथियारबंद आतंकवादियों ने शनिवार शाम एक बस पर हमला कर दिया था, जो श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ दस्ते का हिस्सा था। इस हमले में सीआरपीएफ के दो जवानों की जान चली गई, जबकि 10 घायल हो गए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी तीन से पांच की संख्या में थे। वे लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध माने जा रहे हैं। हमले के बाद वे जेकेईडीआई परिसर में दाखिल हो गए, जहां करीब 120 प्रशिक्षु और कर्मचारी मौजूद थे। अधिकारी ने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ अभियान शुरू करने से पहले सभी कर्मचारियों और प्रशिक्षुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।