नई दिल्ली

:

उमेश यादव जब गेंदबाजी करते हुए अपनी रिदम में होते हैं तो उनका सामना करना दुनिया के नामी बल्‍लेबाजों के लिए भी मुश्किल होता है. बांग्‍लादेश के खिलाफ टीम इंडिया के एकमात्र टेस्‍ट मैच के दौरान शाकिब अल हसन भी इस बात की पुष्टि कर चुके हैं. शाकिब ने बांग्‍लादेश की पहली पारी के दौरान कहा था कि उमेश यादव का स्‍पैल उनका अब तक टेस्‍ट करियर का सबसे कठिन स्‍पैल रहा. विदर्भ का यह गेंदबाज 140 किलोमीटर से अधिक की रफ्तार से गेंद फेंकता है और गेंद को विकेट के दोनों ओर स्विंग कराने के साथ रिवर्स स्विंग कराने में माहिर है. खास बात यह है कि वे अब गेंद को अंदर भी लाने लगे हैं. पुणे टेस्‍ट में टीम इंडिया के लिए लंच के पहले की एकमात्र कामयाबी उमेश यादव ही लेकर आए. उन्‍होंने ऑस्‍ट्रेलिया के खतरनाक बल्‍लेबाज डेविड वॉर्नर को 38 रन के स्‍कोर पर बोल्‍ड किया. उमेश की फुल लेंथ की गेंद वॉर्नर के बल्‍ले का किनारा लेते हुए विकेट पर जा लगी.

टेस्‍ट क्रिकेट में यह पांचवां मौका है जब वॉर्नर को उमेश यादव ने अपना शिकार बनाया है. यह आंकड़ा 10 पारियों का है. वॉर्नर के अलावा ऑस्‍ट्रेलिया के शेन मॉर्श को भी उमेश यादव पांच ही बार आउट कर चुके हैं. शॉन और उनके भाई मिचेल, दोनों ही इस टेस्‍ट की ऑस्‍ट्रेलिया की प्‍लेइंग इलेवन में शामिल हैं. एक अन्‍य ओपनर मैट रेनशॉ के रिटायर होने से भी ऑस्‍ट्रेलियाई टीम को झटका लगा है. पुणे में उमेश यादव ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ आठवां टेस्‍ट खेल रहे हैं. दिसंबर 2011 में खेले गए मेलबर्न टेस्‍ट की पहली पारी में उमेश की गेंद पर वॉर्नर (37) को विकेटकीपर धोनी ने कैच किया था, इस टेस्‍ट की दूसरी पारी में भी वॉर्नर (5) यादव का ही शिकार बने थे. दिसंबर 2014 में ब्रिस्‍बेन टेस्‍टट में भी पहली पारी में वॉर्नर (29) यादव का शिकार बने थे. इसी वर्ष मेलबर्न टेस्‍ट में भी यादव ने वॉर्नर को आउट किया था, इस पारी में वॉर्नर अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे.