उत्तराखंड के चमोली जिले की सबसे दूरस्थ निजमुला घाटी के गांवों में बर्फीले तूफान ने कहर मचा दिया। यहां पाणा, ईराणी, भनाली, बौंणा और झींझी गांवों में बर्फीले तूफान से करीब 115 आवासीय भवनों की छतें उड़ गई हैं।जिससे घाटी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सहमे ग्रामीणों ने पेड़ों और प्राकृतिक गुफाओं में शरण लेकर अपनी जान बचाई। घाटी में रात्रि बुधवार रात दो बजे से ही ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।क्षेत्र में बुधवार रात से बर्फीला तूफान शुरू हुआ जो लगातार गुरुवार को सुबह 11 बजे तक चलता रहा। प्रशासन ने ग्रामीणों की सूचना पर आपदा और तहसील प्रशासन की दो टीमें सेटेलाइट फोन के साथ प्रभावित गांवों के लिए रवाना कर दी गई हैं।
अपर जिलाधिकारी एमएस बिष्ट ने बताया कि तूफान से कोई जनहानि की सूचना नहीं है। प्रशासन ने टीम के साथ बीस कंबल और बीस तिरपाल भी भेजे हैं। टीम देर रात्रि तक ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंचेगी।